logo-image

फिर बढ़ेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम, आपकी जेब पर पड़ेगा असर, ये है कारण

अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक युद्ध विराम से सोमवार को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजारों में कच्चे तेल के दाम में जोरदार तेजी आई.

Updated on: 03 Dec 2018, 03:00 PM

नई दिल्‍ली:

अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक युद्ध विराम से सोमवार को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजारों में कच्चे तेल के दाम में जोरदार तेजी आई. उधर, तेल उत्पादक देशों के समूह ओपेक की इस सप्ताह होने वाली बैठक में कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती करने की संभावनाओं से भी कीमतों को बल मिला है. अगर क्रूड की कीमतों में यह तेजी बनी रही तो पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोत्‍तरी हो सकती है.

घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर कच्चे तेल के सौदों में पांच फीसदी से ज्यादा उछाल आया है. दिसंबर डिलीवरी वायदा अनुबंध दोपहर करीब 12.15 बजे 189 रुपये यानी 5.29 फीसदी की तेजी के साथ 3,765 रुपये प्रति बैरल पर बना हुआ था. इससे पहले दिसंबर अनुबंध में 3,779 रुपये प्रति बैरल तक का उछाल आया. कच्चे तेल के जनवरी डिलीवरी वायदा अनुबंध में 183 रुपये यानी 5.07 फीसदी की तेजी के साथ 3,789 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था.

और पढ़ें : ये है करोड़पति बनने की सरकारी गारंटी, जल्‍द शुरू करें निवेश

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर ब्रेंट क्रूड के फरवरी वायदा अनुबंध में 2.66 डॉलर यानी 4.47 फीसदी की तेजी के साथ 62.12 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था. हालांकि इससे पहले दैनिक कारोबार में ब्रेंट क्रूड के भाव में 62.59 डॉलर प्रति बैरल का उपरी स्तर रहा. वहीं, न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट यानी डब्ल्यूटीआई के जनवरी डिलीवरी अनुबंध में 2.53 डॉलर यानी 4.97 फीसदी की तेजी के साथ 53.46 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान भाव में 53.84 डॉलर प्रति बैरल तक का उछाल आया.

और पढ़ें : ऐसे शुरू करें बच्‍चे के नाम निवेश, बन जाएगा करोड़पति

एंजेल ब्रोकिंग हाउस के ऊर्जा विशेषज्ञ अनुज गुप्ता ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच बहरहाल व्यापारिक तनाव कम होने से कच्चा तेल समेत अन्य कई कमोडिटी में तेजी का रुख देखने को मिल रहा है, लेकिन कच्चे तेल की यह तेजी आगे भी बनी तक बनी रहेगी या नहीं यह छह दिसंबर को वियना में होने वाली ओपेक की बैठक पर निर्भर करेगी. उन्होंने कहा कि दरअसलए इस बात की संभावना है कि ओपेक की आगामी बैठक में तेल के उत्पादन में कटौती करने पर फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि तेल ओपेक द्वारा तेल के उत्पादन में कटौती किए जाने का फैसला लिए जाने पर कीमतों में आगे तेजी आ सकती है.

अमेरिका और चीन ने अजेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में आयोजित जी.20 की बैठक के समापन पर रविवार को इस बात पर आपसी सहमति जताई कि वे आगामी 90 दिनों तक कोई नया आयात शुल्क नहीं लगाएंगे.