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RBI Credit Policy: अगले वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ में आ सकता है सुधार, RBI ने जताया अनुमान

RBI Credit Policy: रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजों की बृहस्पतिवार को घोषणा करते हुए कहा कि जब तक संभव है, वह नीतिगत रुख को उदार बनाए रखेगा.

Updated on: 06 Feb 2020, 12:34 PM

मुंबई:

RBI Credit Policy: रिजर्व बैंक (Reserve Bank) ने नीतिगत ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. रिजर्व बैंक ने रेपो रेट 5.15, रिवर्स रेपो रेट 4.90 फीसदी, एमएसएफआर 5.40 फीसदी और बैंक रेट 5.40 फीसदी के स्तर पर बरकरार रखा है. RBI ने CRR 4 फीसदी और SLR 18.5 फीसदी पर बनाए रखने की घोषणा की है. रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजों की बृहस्पतिवार को घोषणा करते हुए कहा कि जब तक संभव है, वह नीतिगत रुख को उदार बनाए रखेगा.

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2019-20 में GDP ग्रोथ 5 फीसदी रहने का अनुमान
रिजर्व बैंक ने आर्थिक वृद्धि दर 2019-20 में 5 प्रतिशत रहने के अनुमान को बनाये रखा है. रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जीडीपी ग्रोथ सुधरकर 6 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है. वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में 6.2 फीसदी ग्रोथ और पहली छमाही में ग्रोथ 5.5-6 फीसदी रहने का अनुमान है. रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा कि आर्थिक वृद्धि दर अभी भी अपनी संभावित क्षमता से कम है. उन्होंने कहा कि आर्थिक गतिविधियां नरम बनी हुई हैं. जिन चुनिंदा संकेतकों में हालिया समय में सुधार देखने को मिला है, व्यापक स्तर पर इनमें भी अभी तेजी आनी शेष है. वृद्धि दर की तुलना में मुद्रास्फीति की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए मौद्रिक नीति समिति को लगता है कि स्थिति को यथावत रखा जाना चाहिये.

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उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में मुद्रास्फीति के उच्च बने रहने की आशंका है. उसने मुद्रास्फीति के परिदृश्य को बेहद अनिश्चित बताया. रिजर्व बैंक ने बताया कि मौद्रिक नीति समिति के सभी छह सदस्यों ने रेपो दर यथावत रखने का पक्ष लिया. उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने फरवरी 2019 से अक्टूबर 2019 के दौरान रेपो दर में 1.35 प्रतिशत की कटौती की थी. (इनपुट भाषा)