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रूचि सोया खरीदने से पीछे हटी अडानी विल्‍मर, Patanjali Ayurved ने फिर लगाया बड़ा दांव

रूचि सोया (Ruchi Soya) के लिए बोली में पीछे रहने के बाद भी बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) को खरीद सकती है.

Updated on: 24 Dec 2018, 03:00 PM

नई दिल्‍ली:

रूचि सोया (Ruchi Soya) के लिए बोली में पीछे रहने के बाद भी बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) को खरीद सकती है. दरअसल गौतम अडानी की कंपनी अडानी विल्‍मर (Adani Wilmar) ने रूचि सोया (Ruchi Soya) के लिए सबसे बड़ी बोली लगाई थी, लेकिन जानकारों का कहना है कि अब अडानी इस रूचि सोया (Ruchi Soya) को खरीदने की इच्‍छुक नहीं है. ऐसा होने पर बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) के लिए रूचि सोया (Ruchi Soya) को खरीदने का रास्‍ता साफ हो जाएगा, क्‍याेंकि रूचि सोया (Ruchi Soya) को खरीदने के दूसरी सबसे बड़ी बोली बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) ने ही लगाई थी. हालांकि अगर ऐसा होता है तो इसके लिए नेशलन कंपनी ला ट्रिब्यूनल की मंजूरी भी लेना होगी.

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पतंजलि की फिर से पहल

मीडिया में आई खबरों के अनुसार पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) ने रूचि सोया (Ruchi Soya) के कर्जदारों और बिक्री प्रक्रिया को देख रही कंपनी अर्नेस्ट एंड यंग के शैलेंद्र अग्रवाल को एक पत्र लिखा है. इसमें पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) ने लिखा है कि वह अभी भी रूचि सोया (Ruchi Soya) को लेने की इच्छुक है.

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अडानी ने लगाई थी 5474 करोड़ रुपये की सबसे बड़ी बोली

इसी साल अगस्त में एक खुली बोली प्रक्रिया के जरिए अडानी विल्मर (Adani Wilmar) ने रूचि सोया (Ruchi Soya) को 5474 करोड़ रुपये की बोली लगाकार खरीद लिया था. रूचि सोया (Ruchi Soya) की ओर से गठित कर्जदारों की समिति ने अडानी विल्मर को संभावित खरीदार के रूप में चुन भी लिया था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में उस वक्‍त मोड़ आ गया जब यह बात सामने आई कि अडानी विल्मर (Adani Wilmar) ने रूचि सोया (Ruchi Soya) की बिक्री प्रक्रिया देख रहे विशेषज्ञ और कर्जदाताओं को कहा है कि वह बिक्री प्रक्रिया में देरी के कारण इस सौदे से पीछे हट रही है.

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कितनी कम थी पतंजलि आयुर्वेद की बोली
रूचि सोया (Ruchi Soya) के लिए अडानी विल्मर (Adani Wilmar) ने 5474 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी, जिसमें से 4300 करोड़ रुपये कर्जदाताओं को दिए जाने थे. जबकि पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) ने 5765 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी, लेकिन उसने कर्जदाताओं को 4065 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव दिया था. इसी कारण वह रूचि सोया (Ruchi Soya) को खरीदने में सफल नहीं हो पाई थी. जानकारी के अनुसार रूचि सोया (Ruchi Soya) पर करीब 9405 करोड़ रुपये का कर्ज है.

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खाद्य तेल उत्पादन में नम्‍बर एक पर है रूचि सोया (Ruchi Soya)

रूचि सोया (Ruchi Soya) देश की सबसे बड़ी खाद्य तेल उत्पादक कंपनी है. इसकी उत्‍पादन क्षमता सालाना करीब 37 लाख टन खाद्य तेल उत्पादन की है. कंपनी के पूरे देश में 24 प्लांट हैं. रूचि सोया (Ruchi Soya) देश की सबसे बड़ी सोया तेल निर्यातक कंपनी भी है. न्यूट्रीला, महाकोश, सनरिच, रूचि गोल्ड और रूचि स्टार कंपनी ने प्रमुख उत्पाद हैं.