सोने (Gold) पर बढ़ी हुई इंपोर्ट ड्यूटी (Import Duty) वापस नहीं लेगी सरकार, जानें क्यों
राजस्व सचिव अजय भुषण पांडे के मुताबिक आर्थिक निर्णय संपूर्ण आर्थिक वास्तविकताओं को ध्यान में रखकर लिए जाते हैं, ना कि इस इरादे से कि किसी की मंशा इसका दुरुपयोग करने की है.
नई दिल्ली:
राजस्व सचिव अजय भुषण पांडे का कहना है कि आम बजट में सोने और अन्य बहुमूल्य धातुओं पर शुल्क वृद्धि का निर्णय सरकार की अनावश्यक उत्पादों का आयात कम करने की नीति के तहत किया गया. रही बात तस्करी की, तो कानून अनुपालन एजेंसिया इससे निपट लेंगी.
यह भी पढ़ें: सातवां वेतन आयोग (7th Pay Commission): सरकार के इस फैसले से लाखों सरकारी कर्मचारियों को लगेगा बड़ा झटका
अनावश्यक वस्तुओं का आयात कम करना चाहती है सरकार
अजय भुषण पांडे ने कहा कि आर्थिक निर्णय संपूर्ण आर्थिक वास्तविकताओं को ध्यान में रखकर लिए जाते हैं, ना कि इस इरादे से कि किसी की मंशा इसका दुरुपयोग करने की है. आम बजट 2019-20 में सोने एवं अन्य बहूमूल्य धातुओं पर आयात शुल्क को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत कर दिया गया है. इसे लेकर कुछ हलकों से सोने की तस्करी बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है. इसी के जवाब में पांडे ने यह बात कही.
यह भी पढ़ें: इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने के ये हैं 5 बेहतरीन तरीके, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
पांडे ने कहा कि सरकार की अनावश्यक वस्तुओं का आयात कम करने की घोषित नीति है, क्योंकि हमें अपने विदेशी मुद्रा भंडार का उपयोग गैर-जरूरी वस्तूओं के आयात पर नहीं व्यय करना चाहिए. जहां तक देश की बात है तो सोना निश्चित तौर पर उस श्रेणी में आता है जिसका थोड़ा कम आयात भी चल सकता है.
यह भी पढ़ें: इंफोसिस (Infosys) ने बनाए सबसे ज्यादा करोड़पति, जानें कैसे
तस्करी से सरकारी एजेंसियां निपटेंगी
उन्होंने कहा कि यह निर्णय सरकार की इसी नीति से मेल खाता है. यदि इससे तस्करी या अन्य बातों को प्रोत्साहन मिलता है तो यह एक अलग समस्या है और हमारी कानून अनुपालन एजेंसिया इससे निपट लेंगी. पांडे ने कहा कि तस्करी जैसी कुछ छोटी-मोटी समस्याओं के उभरने के डर से हम अनावश्यक वस्तुओं के आयात को कम करने के प्रयासों को नहीं रोक सकते. यह कोई अच्छी आर्थिक नीति नहीं होगी. उन्होंने कहा कि सोने पर आयात शुल्क बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत करने से तस्करी बढ़ने की बहस को यदि सही मान लिया जाए तो फिर तो उस पर 10 प्रतिशत का शुल्क भी जायज नहीं था.
यह भी पढ़ें: घर खरीदने वालों के लिए खुशखबरी, पजेशन में देरी पर बिल्डर को ब्याज के साथ वापस देने होंगे पूरे पैसे
सवाल यह है कि यह बहस ही कितनी जायज है. बजट में सोने एवं अन्य बहुमूल्य धातुओं पर शुल्क बढ़ाने के निर्णय पर रत्न एवं आभूषण उद्योग ने निराशा जताई थी. उद्योग का कहना है कि इससे तस्करी बढ़ेगी तथा घरेलू बाजार में गहने और महंगे हो जायेंगे. भारत दुनिया में सोने के सबसे बड़े आयातक देशों में एक है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
April Panchak Date 2024: अप्रैल में कब से कब तक लगेगा पंचक, जानें क्या करें क्या ना करें
-
Ramadan 2024: क्यों नहीं निकलते हैं कुछ लोग रमज़ान के आखिरी 10 दिनों में मस्जिद से बाहर, जानें
-
Surya Grahan 2024: क्या भारत में दिखेगा सूर्य ग्रहण, जानें कब लगेगा अगला ग्रहण
-
Rang Panchami 2024: आज या कल कब है रंग पंचमी, पूजा का शुभ मुहूर्त और इसका महत्व जानिए