कच्चा तेल 17 साल के निचले स्तर पर पहुंचा, कोरोना वायरस से मची तबाही का असर
अमेरिका में वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) 5.3 प्रतिशत गिरकर 20 डॉलर प्रति बैरल पर और अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) 6.5 प्रतिशत गिरकर 23 डॉलर पर आ गया.
सिंगापुर:
कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के चलते पैदा हुआ संकट खत्म होता नहीं दिख रहा है, जिससे एशियाई बाजारों (Asian Market) में कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतें सोमवार को 17 साल के निचले स्तर पर जा पहुंची. अमेरिका में वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) 5.3 प्रतिशत गिरकर 20 डॉलर प्रति बैरल पर और अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) 6.5 प्रतिशत गिरकर 23 डॉलर पर आ गया.
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दुनियाभर में करीब 33,000 लोगों की मौत
कोरोना वायरस के चलते दुनियाभर में करीब 33,000 लोगों की मौत हो चुकी है और यूरोप तथा अमेरिका इससे सबसे अधिक प्रभावित हैं. कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दुनियाभर में सरकारें लॉकडाउन (Lockdown) का सहारा ले रही हैं और यात्रा प्रतिबंध लागू किए गए हैं, जिसके चलते कच्चे तेल पर भारी दबाव है. मांग में गिरावट के विपरीत कच्चे तेल की आपूर्ति में नाटकीय रूप से बढ़ोतरी हुई है और शीर्ष उत्पादक सऊदी अरब तथा रूस के बीच कीमत युद्ध चल रहा है.
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रियाद ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह उत्पादन में किसी कटौती के लिए मास्को के संपर्क में नहीं है, दूसरी ओर रूस के उप ऊर्जा मंत्री ने कहा था कि तेल की कीमत 25 डॉलर प्रति बैरल तक रूस के उत्पादों के लिए खराब नहीं है. इससे यह संकेत मिला कि अभी दोनों पक्ष किसी सहमति से दूर हैं.
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