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विदेशी बाजार में कच्चे तेल का दाम 10 दिन की ऊंचाई पर पहुंचा, जानें क्या है वजह

लीबिया में फौज द्वारा एक पाइपलाइन को बंद किए जाने के बाद नेशनल ऑयल कॉरपोरेशन ने कहा कि उसने दक्षिण-पश्चिम इलाके में दो ऑयलफील्ड को बंद करना शुरू कर दिया है.

Updated on: 20 Jan 2020, 01:28 PM

नई दिल्ली:

तनावग्रस्त लीबिया (Libya) से कच्चे तेल (Crude Oil) की आपूर्ति (Supply) प्रभावित होने से सोमवार को तेल के दाम में एक फीसदी से ज्यादा की तेजी आई. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव तकरीबन 10 दिनों की ऊंचाई पर चला गया है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आई तेजी से घरेलू वायदा में भी तेल के भाव में तेजी का रुझान बना हुआ था. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर कच्चे तेल के फरवरी अनुबंध में पूर्वाह्न् 10.50 बजे 57 रुपये यानी 1.37 फीसदी की तेजी के साथ 4,219 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले तेल का भाव 4,222 रुपये प्रति बैरल तक उछला.

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ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) में करीब 1.5 फीसदी की तेजी

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (ICE) पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) के मार्च डिलीवरी अनुबंध में 1.31 फीसदी की तेजी के साथ 65.70 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले ब्रेंट क्रूड का भाव 66 डॉलर प्रति बैरल तक उछला. बीते नौ जनवरी के बाद का ब्रेंट क्रूड के दाम का यह सबसे ऊंचा स्तर है. वहीं, न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज (NYMEX) पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) के मार्च डिलीवरी अनुबंध में 1.14 फीसदी की तेजी के साथ 59.25 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था.

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काफी लंबे अरसे से राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहे लीबिया की ताजा घटना से तेल की आपूर्ति प्रभावित होने की आशंकाओं से कीमतों में तेजी आई है. लीबिया में फौज द्वारा एक पाइपलाइन को बंद किए जाने के बाद नेशनल ऑयल कॉरपोरेशन ने कहा कि उसने दक्षिण-पश्चिम इलाके में दो ऑयलफील्ड को बंद करना शुरू कर दिया है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी आने से भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर इजाफा हो सकता है. घरेलू तेल विपणन कंपनियों ने बीते पांच दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाकर उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है.