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ब्रीफकेस के बदले लाल पोटली पर बोलीं निर्मला, अब समय आ गया है कि अंग्रेजी परंपरा से निकला जाए

उन्‍होंने कहा, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) हमारी बैंकिंग प्रणाली का एक महत्वपूर्ण घटक हैं. सरकार ने एनबीएफसी वित्तपोषण के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया है.

Updated on: 05 Jul 2019, 03:13 PM

नई दिल्‍ली:

लोकसभा में बजट पेश करने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में निर्मला सीतारमण ने कहा, 10 साल की दृष्‍टि के साथ बजट को पेश किया गया है. उन्‍होंने कहा, स्टार्टअप को कर लाभ का एक पूरा सेट दिया जा रहा है. उन्‍होंने कहा, अर्थव्यवस्था के समग्र विकास पर स्‍पष्‍ट फोकस था. हमने ग्रामीण पहलुओं को देखा, जो सभी ग्रामीण क्षेत्रों को निश्चित गति प्रदान करेंगे. इसी तरह, हमने शहरी जीवन और बेहतर करने के उपायों के बारे में सोचा.

उन्‍होंने कहा, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) हमारी बैंकिंग प्रणाली का एक महत्वपूर्ण घटक हैं. सरकार ने एनबीएफसी वित्तपोषण के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया है. सीतारमण ने कहा कि यह 'ग्रीन बजट' था, जो विशेष रूप से पर्यावरण ध्‍यान में रखते हुए बनाया गया है.

ब्रीफकेस के बदले लाल पोटली पर निर्मला सीतारमण ने कहा, समय आ गया है कि ब्रिटिश परम्परा से बाहर निकला जाए और अपना कुछ किया जाए. उन्‍होंने कहा कि उसको carry करना भी आसान है.

सीतारमण ने कहा, “हर एसएचजी में एक महिला को अपने व्यवसाय के लिए MUDRA के तहत 1 लाख रुपये मिलेंगे. ओवरड्राफ्ट सुविधाओं में भी वृद्धि हुई है." उन्‍होंने कहा, "हमने बिना किसी को इनकार किए सभी क्षेत्रों की जरूरतों को ध्‍यान में रखा है. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और गरीबों के कल्याण के लिए खर्च में वृद्धि की गई है." कॉर्पोरेट कर पर सीतारमण ने कहा, "अधिक उद्योगों को निचले कर दायरे में लाकर, हम एक स्पष्ट संदेश भेज रहे हैं कि हम कॉर्पोरेट कर दरों के संबंध में कठोर नहीं हैं."