अंतरिम बजट (Interim Budget) से कैसे अलग होता है आम बजट (Budget), समझें यहां
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 5 जुलाई को पूर्ण बजट (Budget) पेश करेंगी. आम बजट पूरे फाइनेंशियल ईयर के लिए पेश किया जाता है. वहीं अंतरिम बजट कुछ महीने के लिए ही पेश किया जाता है.
highlights
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 5 जुलाई को पूर्ण बजट पेश करेंगी
- आम बजट पूरे फाइनेंशियल ईयर के लिए पेश किया जाता है
- अंतरिम बजट कुछ महीने के लिए ही पेश किया जाता है
नई दिल्ली:
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 5 जुलाई को पूर्ण बजट (Budget) पेश करेंगी. बाजार के जानकार पूर्ण बजट में कॉरपोरेट टैक्स रेट में कटौती के साथ-साथ STT यानी सिक्युरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स को घटने की उम्मीद जता रहे हैं. वहीं दूसरी ओर टैक्स पेयर्स को भी बजट में छूट मिलने की संभावना दिख रही है. बता दें कि बीते 1 फरवरी को तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अंतरिम बजट (Interim Budget) पेश किया था. अरुण जेटली का यह लगातार छठा बजट था.
यह भी पढ़ें: RBI का कड़ा निर्देश, 3 घंटे से ज्यादा ATM में नहीं रहा कैश, तो बैंकों पर लगेगा जुर्माना
अंतरिम बजट और पूर्ण बजट में अंतर - Difference Between Interim Budget And Full Budget
आम बजट पूरे फाइनेंशियल ईयर के लिए पेश किया जाता है. वहीं अंतरिम बजट कुछ महीने के लिए ही पेश किया जाता है. अंतरिम बजट के कुछ महीने बाद नई सरकार की ओर से उसी वर्ष पूर्ण बजट पेश किया जाता है. अंतरिम बजट (Interim Budget) को वोट ऑन अकाउंट (Vote on Account) भी कहते हैं.
यह भी पढ़ें: सातवां वेतन आयोग: खुशखबरी, नरेंद्र मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के इस भत्ते में की दोगुनी बढ़ोतरी
अंतरिम बजट को लेखानुदान मांग और मिनी बजट भी कहते हैं. Vote On Account के जरिए एक सीमित अवधि के लिए जरूरी खर्च को मंजूरी मिलती है. सामान्तया जिस वर्ष लोकसभा चुनाव होता है, उसी साल अंतरिम बजट (Interim Budget) पेश किया जाता है. वहीं चुनाव के बाद नई सरकार पूर्ण बजट (Budget) पेश करती है.
यह भी पढ़ें: अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर से भारत को इस तरह से मिल रहा बड़ा फायदा
पूर्ण बजट क्या है - What Is Full Budget
नई सरकार बनने के बाद सालभर के खर्चों के लेखा-जोखा को पूर्ण बजट कहते हैं. बजट के जरिए सरकार आय और व्यय का ब्यौरा पेश करती है. बजट में सरकार संसद को जानकारी देती है कि आगामी वित्त वर्ष में किस मद में कितना व्यय होने वाला है.
यह भी पढ़ें: सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों में 6 का मार्केट कैप 34,250 करोड़ रुपये बढ़ा, TCS टॉप पर
मोदी सरकार ने फरवरी के अंत में बजट पेश करने की परंपरा को किया खत्म
पिछले कार्यकाल में नरेंद्र मोदी ने फरवरी के अंत में बजट पेश करने की परंपरा को खत्म कर दिया. इसके अलावा रेलवे के लिए अलग बजट को पेश करने की परंपरा को भी खत्म कर दिया गया. बता दें कि पूर्व में आम बजट (Budget) और रेल बजट (Rail Budget) अलग-अलग पेश होता था.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य