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ब्रिटेन की अदालत ने दिया अनिल अंबानी को 10 करोड़ डॉलर जमा करने का निर्देश

Updated on: 08 Feb 2020, 08:20 AM

highlights

  • ब्रिटेन की अदालत का रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी को नोटिस.
  • छह सप्ताह के भीतर 10 करोड़ डॉलर की राशि जमा करने के निर्देश.
  • रिलायंस ग्रुप का अदालत के फैसले के खिलाफ अपील करने का संकेत.

लंदन:

ब्रिटेन (Britain) की एक अदालत ने रिलायंस ग्रुप (Relaince Group) के चेयरमैन अनिल अंबानी (Anil Ambani) को शुक्रवार को निर्देश दिया कि वह छह सप्ताह के भीतर 10 करोड़ डॉलर (100 Million Dollor) की राशि जमा करें. अदालत चीन के शीर्ष बैंकों की एक अर्जी की सुनवाई कर रही थी जिसमें अनिल अंबानी से 68 करोड़ डॉलर की वसूली की मांग की गई है. इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड की मुंबई शाखा ने अपनी ओर से, चाइना डेवलपमेंट बैंक और एक्जिम बैंक आफ चाइना ने अंबानी के खिलाफ सरसरी तौर पर पैसा जमा कराने का आदेश जारी करने की अपील की.

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निजी गारंटी का पालन नहीं
इन बैंकों का कहना है कि अनिल अंबानी ने फरवरी, 2012 में पुराने कर्ज को चुकाने के लिए करीब 92.5 करोड़ डॉलर के कर्ज के लिए कथित तौर पर व्यक्तिगत गारंटी का पालन नहीं किया है. अंबानी ने इस तरह की किसी गारंटी का अधिकार देने की बात का खंडन किया. ऋण अनुबंध के तहत इसीलिए बैंकों ने यह मामला ब्रिटेन की अदालत के सामने रखा है. न्यायाधीश डेविड वाक्समैन ने 10 करोड़ डॉलर की राशि जमा करने के लिए अंबानी को छह सप्ताह की समयसीमा देते हुए कहा कि वह अंबानी के बचाव में कही गई इस बात को नहीं मान सकते कि उनका नेटवर्थ लगभग शून्य है या उनका परिवार संकट की स्थिति में उनकी मदद नहीं करेगा.

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अपील करेगा रिलांयस ग्रुप
रिलायंस ग्रुप ने अदालत के फैसले के खिलाफ अपील करने का संकेत दिया. अनिल अंबानी के एक प्रवक्ता ने कहा, 'अंबानी ब्रिटिश अदालत के आदेश की समीक्षा कर रहे हैं और अपील के संबंध में कानूनी सलाह लेंगे.' इंग्लैंड और वेल्स के उच्च न्यायालय के वाणिज्यिक विभाग में चीन के तीन बैंकों को रिलायंस कम्युनिकेशंस के प्रमुख के खिलाफ पिछले साल दिए गए सशर्त आदेश की शर्तें तय करने से संबंधित सुनवाई के दौरान अंबानी के वकीलों ने यह स्थापित करने का प्रयास किया कि यदि उनकी देनदारियों को जोड़ा जाए तो अंबानी का नेटवर्थ शून्य होगा.

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बैंको ने दिए पिछले उदाहरण
बैंकों के वकीलों ने कई ऐसे उदाहरण दिए जब उनके परिवार के सदस्यों ने उन्हें संकट से बाहर निकलने में मदद की. वहीं बचाव पक्ष के वकीलों से यह स्थापित करने का प्रयास किया कि अंबानी के पास अपनी मां कोकिला, पत्नी टीना अंबानी और पुत्रों अनमोल और अंशुल की संपत्तियों और शेयरों तक कोई पहुंच नहीं है. इस पर वकीलों ने कहा कि क्या हम गंभीरता से यह मान सकते हैं कि संकट के समय उनकी मां, पत्नी और पुत्र उनकी मदद नहीं करेंगे. बैंकों के वकीलों ने अदालत को यह भी बताया कि अनिल अंबानी के भाई मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं और वह फोर्ब्स की सूची में दुनिया के 13वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं. उनका अनुमानित नेटवर्थ 55 से 57 अरब डॉलर है.