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SBI ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी, 1 अक्टूबर से ये सेवाएं हो जाएंगी उम्मीद से भी ज्यादा सस्ती

State Bank Of India-SBI: नए योजना के अनुसार बैंक अकाउंट में औसत बैलेंस बरकरार नहीं कर पाने की स्थिति में चार्ज में करीब 80 फीसदी तक की गिरावट आ जाएगी.

Updated on: 13 Sep 2019, 12:50 PM

नई दिल्ली:

भारतीय स्टेट बैंक (State Bank Of India-SBI) 1 अक्टूबर से कई सर्विस चार्ज में बदलाव कर सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक SBI अपने ग्राहकों को न्यूनतम बैलेंस रखने के झंझट से निजात दिलाना चाहता है. नए योजना के अनुसार बैंक अकाउंट में औसत बैलेंस बरकरार नहीं कर पाने की स्थिति में चार्ज में करीब 80 फीसदी तक की गिरावट आ जाएगी. SBI NEFT और RTGS के जरिए ट्रांजैक्शन को भी सस्ता करने की योजना बना रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक SBI के नए सर्विस चार्ज 1 अक्टूबर 2019 से लागू हो सकते हैं.

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न्यूनतम मासिक औसत बैलेंस नहीं रखने पर लगता है जुर्माना
मौजूदा समय में State Bank Of India-SBI के मेट्रो शहरों और पूर्ण शहरी इलाकों में स्थित ब्रांच में अकाउंट खुलवाने वाले लोगों को न्यूनतम मंथली एवरेज बैलेंस क्रमश: 5 हजार रुपये और 3 हजार रुपये रखना पड़ता है. हालांकि नए नियमों में बदलाव के बाद दोनों ही इलाकों के लिए न्यूनतम बैलेंस की राशि घटकर 3 हजार रुपये हो सकती है. हालांकि न्यूनतम बैलेंस 3 हजार रुपये से 75 फीसदी से ज्यादा कम होने पर बतौर जुर्माना 15 रुपये प्लस GST लग सकता है. फिलहाल यह जुर्माना 80 रुपये प्लस GST है.

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ATM और चेकबुक चार्ज में हो सकता है बदलाव
SBI पहले ही RTGS और NEFT के जरिए ट्रांजेक्शंस को मुफ्त कर चुका है. यह बदलाव 1 जुलाई से लागू हो चुका है. इसके अलावा NEFT और RTGS के ट्रांजैक्शन की लागत को भी SBI ने कम कर दिया है. 1 अक्टूबर से SBI के एटीएम के ऊपर लगने वाले चार्ज में भी बदलाव हो सकता है. मेट्रो शहर के SBI के ATM में कस्टमर अधिकतम 10 बार फ्री डेबिट ट्रांजैक्शन कर सकेगा. इसके अलावा अन्य बैंकों के एटीएम (ATM) से अधिकतम 12 मुफ्त ट्रांजैक्शन कर सकेगा. बचत खाता धारकों को 1 वित्त वर्ष के लिए 10 चेकबुक मुफ्त मिलेंगे.