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लॉकडाउन के बीच 10 सरकारी बैंकों का होगा विलय, RBI ने दी मंजूरी, बदल जाएंगे नाम

आरबीआई (RBI) ने 10 बैंकों के विलय की मंजूरी दे दी है. केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक मिलकर एक हो जाएंगे, इसके अलावा इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक में हो रहा है.

Updated on: 28 Mar 2020, 11:28 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से 14 अप्रैल तक पूरे भारत में लॉकडाउन है. लेकिन इस बीच देश में 10 बड़े सरकारी बैंकों का विलय होने जा रहा है. आरबीआई (RBI) ने 10 बैंकों के विलय की मंजूरी दे दी है. केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक मिलकर एक हो जाएंगे, इसके अलावा इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक में हो रहा है.

वहीं,ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया को पंजाब नेशनल बैंक में मिला दिया जाएगा. आंध्र बैंक और कॉरपोरेशन बैंक को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में विलय होगा.

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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 1 अप्रैल 2020 को इन सभी बैंकों का विलय कर दिया जाएगा. विलय से जुड़ी जरूरी कानूनी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है.

बता दें कि इस विलय प्रक्रिया के बाद तीन साल में सरकारी बैंक 27 से 12 हो जाएंगे. विलय को लेकर सरकार ने वजह बताई है कि इससे बैंकों के रिस्क लेने की क्षमता में इजाफा होगा. इसके साथ ही एनपीए कंट्रोल करने में भी मदद मिलेगी.

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वहीं विलय के बाद ग्राहकों को भी थोड़ी परेशानी हो सकती है.कुछ बैंकों की ब्रांच बंद हो सकती है. वहीं ग्राहकों की कस्टमर आईडी अगर विलय में शामिल दो बैंकों में एक साथ है तो एक आईडी बंद हो सकती है.नए चेकबुक भी जारी कराने होंगे.