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देश की बैंकिंग प्रणाली (Banking System) पूरी तरह सुरक्षित, RBI गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने दिया भरोसा

आरबीआई (RBI) ने प्रमुख ब्याज दर यानी रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कटौती के साथ-साथ कैश रिजर्व रेशो में 100 आधार अंकों की कटौती कर इसे तीन फीसदी कर दिया है जोकि 28 मार्च से शुरू होने वाले पखवाड़े से प्रभावी होगी और एक साल तक रहेगी.

Updated on: 27 Mar 2020, 01:35 PM

मुंबई:

भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कोरोनावायरस (Coronavirus) के खिलाफ जंग में आर्थिक मोर्चे पर बड़ा एलान करते हुए शुक्रवार को कहा कि देश की बैंकिंग प्रणाली सुरक्षित है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. आरबीआई (RBI) ने प्रमुख ब्याज दर यानी रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कटौती के साथ-साथ नकद आरक्षित अनुपात यानी कैश रिजर्व रेशो में 100 आधार अंकों की कटौती कर इसे तीन फीसदी कर दिया है जोकि 28 मार्च से शुरू होने वाले पखवाड़े से प्रभावी होगी और एक साल तक रहेगी.

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शक्तिकांत दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक द्वारा उठाए गए कदमों से बैंकिंग प्रणाली में 3.74 लाख करोड़ रुपये की तरलता आएगी. उन्होंने एक और बड़ा एलान करते हुए कहा कि एक मार्च 2020 से कर्ज की किस्तों के भुगतान पर तीन महीने का मोरटॉरियम यानी पाबंदी लगाने का फैसला किया है। मतलब केंद्रीय बैंक ने वाणिज्यिक बैंक ने लोगों को कर्ज की मासिक किस्त यानी ईएमआई में राहत देने को कहा है. भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को रेपो रेट में 75 आधार अंकों की कटौती की जबकि रिवर्स रेपो रेट में 90 आधार अंकों की कटौती की गई है.

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ब्याज दरों में कमी का फायदा ग्राहकों तक शीघ्रता से पहुंचाएं बैंक: वित्त मंत्री

लघु अवधि के लिए वाणिज्यिक बैंकों को दिए जाने वाले कर्ज पर आरबीआई की प्रमुख ब्याज दर अर्थात रेपो रेट को 75 आधार अंक घटाकर 4.40 फीसदी कर दिया गया. साथ ही, बैंकों की जमा पर आरबीआई द्वारा दिए जाने वाले ब्याज की दर यानी रिवर्स रेपो रेट में 90 आधार अंकों की कटौती कर इसे चार फीसदी कर दिया है. गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो दर में कमी से कोरोना वायरस महामारी के आर्थिक प्रभाव से निपटने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के दाम और मांग में कमी से मुख्य (कोर) मुद्रास्फीति कम होगी.

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उन्होंने आगाह भी किया कि कोरोना वायरस महामारी के कारण अर्थव्यवस्था पर असर होगा और वैश्विक मंदी की आंशका बढ़ गई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा वित्तीय स्थिरता बनाये रखने के भरोसे की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक गवर्नर के वित्तीय स्थिरता के लिये पुन: आश्वासन देने वाले शब्दों की वह सराहना करती है. सीतारमण ने वाणिज्यिक बैंकों से अपील की है कि वे रिजर्व बैंक की दरों में कमी का फायदा ग्राहकों तक शीघ्रता से पहुंचाएं. (इनपुट एजेंसी)