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सरकार के कदम से 13 बैंक मुनाफे में आए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का बयान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि 6 बैंक PCA से भी बाहर निकल चुके हैं. हमने बैंकों का एकीकरण भी तेज किया है. बैंक अब अपना देशव्यापी नेटवर्क बढ़ा रहे हैं और अपनी global पहुंच कायम करने की ओर अग्रसर हैं.

Updated on: 20 Dec 2019, 01:12 PM

नई दिल्ली:

एसोचैम (ASSOCHAM) के AGM में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की वजह से अब 13 बैंक मुनाफे में वापस आ चुके हैं. 6 बैंक PCA से भी बाहर निकल चुके हैं. हमने बैंकों का एकीकरण भी तेज किया है. बैंक अब अपना देशव्यापी नेटवर्क बढ़ा रहे हैं और अपनी global पहुंच कायम करने की ओर अग्रसर हैं.

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उन्होंने कहा कि हम अर्थव्यवस्था को आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए Modernize और Speed Up करने की दिशा में भी आगे बढ़े हैं. जब 2014 से पहले के वर्षों में अर्थव्यवस्था तबाह हो रही थी, उस समय अर्थव्यवस्था को संभालने वाले लोग किस तरह तमाशा देख रहे थे, ये देश को कभी नहीं भूलना चाहिए. अर्थव्यवस्था को पारदर्शी और मजबूत बनाने के लिए, उद्योग जगत के लिए किये जा रहे हर फैसले पर सवाल उठाना ही अब कुछ लोगों का राष्ट्रीय कर्तव्य बन गया है.

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Companies Act को क्रिमिनल एक्शन से मुक्त किया
उन्होंने कहा कि Companies Act में सैकड़ों ऐसे प्रावधान थे, जिसमें छोटी-छोटी गलतियों के लिए क्रिमिनल एक्शन की बात थी. हमारी सरकार ने इसमें से अनेक प्रावधानों को क्रिमिनल एक्शन से मुक्त कर दिया है. उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया के उन TOP 10 देशों में शामिल है, जिसने इज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में पिछले 3 वर्षों में लगातार सबसे अच्छा सुधार किया है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जीएसटी (GST) लेकर आई. व्यापार जगत से जो भी फीडबैक मिला उसका हमने इस्तेमाल किया. हम जीएसटी में आवश्यक चीजें जोड़ते रहे और उसमें हमने जरूरी परिवर्तन भी किया है.

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नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश में वह सरकार है जो किसान की भी सुनती है, मजदूर की भी सुनती है, व्यापारी की भी सुनती है और उद्योग जगत की भी सुनती है. उनकी आवश्यकताओं को समझने का प्रयास करती है और उनके सुझावों पर संवेदनशीलता से काम करती है. क्या उद्योग जगत नहीं चाहता था कि देश में टैक्स का जाल कम हो. हर राज्य में अलग अलग दरों की परेशानी से उसे मुक्ति मिले. हम जीएसटी लाए. व्यापार जगत से जो भी फीडबैक मिला, हम जीएसटी में आवश्यक चीजें जोड़ते रहे और उसमें जरूरी परिवर्तन करते रहे.