logo-image

SBI के लिए बुरी खबर: जून में खत्म हुए तिमाही में बैंक को लगी 4000 करोड़ रुपये की चपत

बैंक का सकल एनपीए जून के अंत तक बढ़कर 2,12,840 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल के जून तक यह 1,88,068 करोड़ रुपये था।

Updated on: 11 Aug 2018, 09:29 AM

मुंबई:

सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने जून में समाप्त हुई तिमाही में 4,876 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है। इस घाटे का मुख्य कारण फंसे हुए कर्जो (एनपीए) की भरपाई के लिए प्रावधान करना है। शेयर बाजारों में नियामकीय फाइलिंग में एसबीआई ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक ने 2,005.5 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था।

चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून अवधि में बैंक की कुल आय बढ़कर 65,492.67 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 62,911.08 करोड़ रुपये थी।

समीक्षाधीन अवधि में देश के सबसे बड़े कर्जदाता के एनपीए (फंसे कर्जे) में 10.69 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में एनपीए में 9.97 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी।

बैंक का सकल एनपीए जून के अंत तक बढ़कर 2,12,840 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल के जून तक यह 1,88,068 करोड़ रुपये था।

इसे भी पढ़ेंः 1991 के आर्थिक सुधारों ने भारत को बनाया वैश्विक अर्थव्यवस्था का लीडर: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह 

हालांकि इस अवधि में एसबीआई के शुद्ध एनपीए में गिरावट दर्ज की गई, जोकि 99,236 करोड़ रुपये रही, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 1,07,560 करोड़ रुपये थी।