कांग्रेस नीत सरकार से भी नीचे आए मोदी सरकार में पेट्रोल के दाम, जानें नए रेट
देश में पेट्रोल (Petrol) के दाम इस वक्त कांग्रेस नीत गठबंधन सरकार के कार्यकाल के अंतिम दौर से भी निचले स्तर पर आ गए हैं.
नई दिल्ली:
देश में पेट्रोल (Petrol) के दाम को लेकर पिछले काफी समय से हायतौबा मची हुई. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे के दाम चढ़ने के बढ़ने के चलते देश में पिछले दिनों पेट्रोल (Petrol) और डीजल (diesel) के दाम लगातार बढ़े थे. लेकिन अक्टूबर से लगभग रोज ही पेट्रोल (Petrol) और डीजल (diesel) के दाम घट रहे हैं. अब स्थिति यह हो गई कि मोदी सरकार में पेट्रोल (Petrol) और डीजल (diesel) के दाम कांग्रेस नीति सरकार के कार्यकाल से भी नीचे आ गए हैं.
जानें कांग्रेस नीति सरकार के दौरान पेट्रोल (Petrol) और डीजल (diesel) के दाम
कांग्रेस नीति सरकार देश में मई तक रही थी और बाद में 26 मई को नरेंद्र मादी ने PM का पद संभाला था. इससे पहले देश में कांग्रेस नीति सरकार थी और उसके अंतिम दौर में देश में पेट्रोल (Petrol) का दाम 31 दिसंबर 2018 से ज्यादा थे. 4 जनवरी 2014 को दिल्ली में पेट्रोल (Petrol) का दाम 72.43 रुपये प्रति लीटर था. वहीं 1 मार्च 2014 काे दिल्ली में पेट्रोल (Petrol) का दाम 73.16 रुपये प्रति लीटर था. हालांकि 1 अप्रैल 2014 को यह दाम घट कर 72.26 रुपये प्रति लीटर पर आ गए. लेकिन यह दाम भी 2018 के अंतिम दिन यानी 31 दिसंबर के रेट से ज्यादा हैं.
जानें 31 दिसंबर 2018 के पेट्रोल (Petrol) के दाम
दिल्ली में 31 दिसंबर 2018 को पेट्रोल (Petrol) का दाम 69 से नीचे आ गया है. 20 पैसे की कमी के साथ दिल्ली में पेट्रोल (Petrol) 68.84 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
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अक्टूबर 2018 से लगातार घट रहे पेट्रोल (Petrol) के दाम
अगर सिर्फ एक दिन को छोड़ दिया जाए तो पेट्रोल (Petrol) की कीमतों में 18 अक्टूबर से लगातार घट रहे हैं. 31 दिसंबर 2018 का यह पेट्रोल (Petrol) का यह भाव इस साल का सबसे निचला स्तर है. पेट्रोल (Petrol) 18 अक्टूबर से लेकर अब तक 13.79 रुपए सस्ता हुआ है, जबकि इन ढाई महीनों में डीजल (diesel) 12.06 रुपए गिरा है.
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ये हैं पेट्रोल (Petrol) और डीजल (diesel) के सबसे ऊंचे स्तर
4 अक्टूबर को पेट्रोल (Petrol) दिल्ली में 84 रुपए प्रति लीटर पर था. यह देश में पेट्रोल (Petrol) का सबसे ऊंचा स्तर है. पेट्रोल (Petrol) और डीजल (diesel) के दाम 16 अगस्त से बढ़ना शुरू हुए थे. 16 अगस्त से चार अक्टूबर के बीच पेट्रोल (Petrol) 6.86 रुपए जबकि डीजल (diesel) 6.73 रुपए बढ़े.
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फिर घटाई सरकार ने ड्यूटी
पेट्रोल (Petrol) और डीजल (diesel) के दाम लगातार बढ़ने के बाद मोदी सरकार ने चार अक्टूबर को पेट्रोल (Petrol) और डीजल (diesel) पर उत्पाद शुल्क में 1.50-1.50 रुपए की कटौती की थी. वहीं पेट्रोल (Petrol) और डीजल (diesel) पर सरकारी कंपनियों को एक रुपए प्रति लीटर का बोझ ढोने के लिए कहा था. इसके बाद पांच अक्टूबर को दिल्ली में पेट्रोल (Petrol) और डीजल (diesel) में कीमतों में गिरावट आई. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रहने से 17 अक्टूबर को दिल्ली में पेट्रोल (Petrol) 82.83 रुपए और डीजल (diesel) 75.69 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया था, लेकिन इसके बाद कच्चे तेल के दाम गिरने और रुपए में सुधार से पेट्रोल (Petrol) और डीजल (diesel) की खुदरा कीमतों में गिरावट रही. ढाई महीने के दौरान, पेट्रोल (Petrol) सिर्फ एक दिन (18 दिसंबर को) 10 पैसे बढ़ा जबकि डीजल (diesel) (diesel) 17 और 18 दिसंबर को क्रमश: 9 और 7 पैसे बढ़े. इसके बाद से इनमें लगातार गिरावट आ रही है और 31 दिसंबर 2018 को दिल्ली में पेट्रोल (Petrol) 68.84 रुपये प्रति लीटर और डीजल (diesel) 62.86 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है.
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