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ये हैं टॉप Mutual Fund, 1 माह में दिया 1 साल की FD से ज्‍यादा का रिटर्न

आपको जानकर हैरानी होगी कि म्‍युचुअल फंड (Mutual fund) ने नवंबर में 8 फीसदी से ज्‍यादा का रिटर्न दिया है, जो एक साल की बैंक एफडी (Bank FD) से ज्‍यादा है.

Updated on: 03 Dec 2018, 11:55 AM

नई दिल्‍ली:

आजकल स्‍टॉक मार्केट में गिरावट का रुख है और लोगों का मानना है कि यह समय शेयर बाजार (Share bazar) से दूर रहने का है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी ऐसे में स्‍टॉक मार्केट (Stock Market) से जुड़े निवेश ने लोगों को एक माह में 8 फीसदी से ज्‍यादा का रिटर्न दिया है. यह रिटर्न इक्‍विटी म्‍युचुअल फंड (Equity Mutual Fund) ने दिया है. इक्‍विटी म्‍युचुअल फंड (Mutual Fund) अपना ज्‍यादातर निवेश शेयर बाजार में ही करते हैं. पिछले एक माह में दो कैटेगरी के म्‍युचुअल फंड (Mutual Fund) ने नवंबर माह में 8 फीसदी से ज्‍यादा का रिटर्न दिया है. जबकि बैंकों की एक साल की FD में भी ऐसा फायदा नहीं मिल रहा है.

जानें कौन से म्‍युचुअल फंड (Mutual Fund) स्‍कीम ने दिया अच्‍छा रिटर्न

लार्ज कैप फंड (Large cap fund mutual fund)

-Axis Bluechip Fund - D (G) दिया 1 माह में 8.3 फीसदी का रिटर्न

-CR Bluechip Equity Fund - D (G) दिया 1 माह में 6.3 फीसदी का रिटर्न

टैक्‍स सेविंग फंड (Tax Saving mutual fund)

-Axis Long Term Equity - Direct (G) दिया 1 माह में 8.6 फीसदी का रिटर्न

-DSP Tax Saver Fund - Direct (G) दिया 1 माह में 6.7 फीसदी का रिटर्न

मल्‍टी कैप फंड (Multi caps mutual fund)

-Axis MCF - DP (G) दिया 1 माह में 7.7 फीसदी का रिटर्न

-UTI Equity Fund - Direct (G) दिया 1 माह में 5.6 फीसदी का रिटर्न

लार्ज एंड मिड कैप फंड (Large and mid cap mutual fund)

-Sundaram Large and Mid Cap Fund - D (G) दिया 1 माह में 6.6 फीसदी का रिटर्न

-Invesco Growth Opportunities - D (G) दिया 1 माह में 6.2 फीसदी का रिटर्न

मिड कैप फंड (Mid cap mutual fund)

-DSP Mid Cap - Direct (G) दिया 1 माह में 4.8 फीसदी का रिटर्न

-Axis Mid Cap Fund - Direct (G) दिया 1 माह में 4.3 फीसदी का रिटर्न

स्‍मॉल कैप फंड (Small Cap mutual fund)

-HDFC Small Cap Fund - Direct (G) दिया 1 माह में 1.9 फीसदी का रिटर्न

-Axis Small Cap Fund - Direct दिया 1 माह में 3.7 फीसदी का रिटर्न

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म्‍युचुअल फंड से जुड़े शब्‍द

एनएवी (NAV) (Net Asset Value) : जब भी म्यूचुअल फंड (Mutual fund) की बात होती है तब एक टर्म जो बार-बार प्रयोग में आती है, वह है- NAV. एक म्यूचुअल फंड (Mutual fund) कई जगह पैसे निवेश करता है इसलिए अगर किसी समय फंड से पैसा वापस लेना है तो यह उसकी NAV पर निर्भर करता है. अगर बेचना न भी हो तो फंड में पैसे के बारे में जानने के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है. किसी म्यूचुअल फंड (Mutual fund) की NAV वो कीमत है जिससे उस फंड की एक यूनिट खरीदी या बेची जा सकती है.

ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी एसेट (Asset Management Company) (AMC) : मैनेजमेंट कंपनी वह कंपनी होती है जो अलग-अलग प्रकार की म्यूचुअल फंड (Mutual fund) स्कीम लेकर बाजार में आती हैं. जैसे रिलायंस ग्रोथ फंड (म्यूचुअल फंड स्कीम) को रिलायंस कैपिटल ऐसेट मैनेजमेंट लिमिटेड ने लॉन्च किया, जो एक एएमसी यानी ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी है.

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पोर्टफोलियो मैनेजर (Portfolio Manager) : एक बार अगर आपका पैसा म्यूचुअल फंड (Mutual fund) स्कीम में चला गया, तब उस धन का प्रबंधन पोर्टफोलियो मैनेजर करते हैं. वे आपके धन को शेयर या फिर बॉन्ड में निवेश करते हैं, यह निवेश आपकी स्कीम कैसी है उस पर निर्भर करता है. अगर स्कीम के नजरिये से देखा जाये तो उनके निर्णय बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि वे सिर्फ आपका नहीं, बल्कि आपके जैसे हजारों लोगों के धन का प्रबंधन करता है.

म्‍युचुअल फंड इंट्री लोड (MF Entry load) : म्‍युचुअल फंड इंट्री लोड एक महत्वपूर्ण शब्द है, जो हर म्यूचुअल फंड (Mutual fund) निवेशक के सामने आता है. एंट्री लोड और एक्ज‍िट लोड यानी जब आप निवेश कर रहे हैं, उस वक्त पड़ने वाला शुल्क और जब आप स्कीम से बाहर निकल रहे हैं, उस वक्त पड़ने वाला शुल्क. जब आप म्चूचुअल फंड (Mutual fund) खरीदते हैं तब कई बार आपको एनएवी से ज्यादा पैसा देना पड़ता है. और बेचते वक्त हो सकता है आपको कम एनएवी मिले. हालांकि यह निवेशकों के लिये अच्छा नहीं होता.

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म्‍युचुअल फंड पोर्टफोलियो (Mutual Fund Portfolio) : सभी शेयर और निवेश किया गया धन मिलकर पोर्टफोलियो बनता है. तो अगर कोई म्यूचुअल फंड स्कीम रिलायंस, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज ऑटो, आईडीबीआई बैंक और कुछ सरकारी बॉन्ड खरीदते हैं तो ये सभी एकत्र होकर एक पोर्टफोलियो बनते हैं.

एयूएम (AMU) : पूर्ण धन जो निवेश किया गया है, उस कुल धन को एसेट्स अंडर मैनेजमेंट यानी एयूएम कहते हैं. एयूएम (AMU) बाजार के वातावरण और निवेशकों के निवेश व धन निकालने की तीव्रता के हिसाब से घटता बढ़ता रहता है.

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एसआईपी (SIP) : ज्यादातर ओपन एंडेड में आप हर महीने छोटे-छोटे निवेश कर सकते हैं. या फिर तिमाही, छहमाही या सालाना भी. इसे सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) कहते हैं. यह बैंक के आवर्ती जमा की तरह कार्य करता है.

एनएफओ न्यू फंड ऑफर (NFO) : म्यूचुअल फंड (Mutual fund) के नये ऑफर होते हैं जिनकी फेस वैल्यू 10 रुपए होती है.