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अनिल अंबानी को भाई मुकेश का सहारा, R-Com के एसेट्स खरीदेगी रिलायंस जियो

मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस जियो छोटे भाई अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशन का मोबाइल टावर और ऑप्टिकल फाइबर समेत स्पेक्ट्रम जैसे मोबाइल कारोबार के एसेट्स को खरीदेगी।

Updated on: 28 Dec 2017, 10:04 PM

नई दिल्ली:

मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस जियो छोटे भाई अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशन का मोबाइल टावर और ऑप्टिकल फाइबर समेत स्पेक्ट्रम जैसे मोबाइल कारोबार के एसेट्स को खरीदेगी।

रिलायंस जियो ने बयान जारी कर कहा, 'रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की सब्सिडयरी कंपनी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड और उसके सहयोगियों की निर्दिष्ट संपत्तियों के अधिग्रहण के लिए निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की।'

यह सौदा आरकॉम को राहत देने के लिए किया गया है जोकि लगभग 45,000 करोड़ रुपये के कर्ज में लगी है। 

रिलायंस जियो या उसके नामांकित व्यक्ति आरसीओएम और उसके सहयोगियों से चार श्रेणियों- टावर्स, ऑप्टिक फाइबर केबल नेटवर्क (ओएफसी), स्पेक्ट्रम एंड मीडिया कन्वर्जेंस नोड्स (एमसीएन) के तहत संपत्ति हासिल करेंगे।

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बयान में कहा गया है, 'यह परिसंपत्तियां एक दूसरे के लिए ज़रुरी है और और आरजेआईएल के वायरलेस और फाइबर-टू-होम एंड एंटरप्राइज सेवाओं के बड़े पैमाने पर रोल आउट करने में काफी योगदान करने की उम्मीद है।'

रिलायंस जियो उनके साथ जुड़ी किसी भी पूर्व देयता के बिना सभी संपत्तियों का अधिग्रहण करेगी। 

बयान में कहा गया है, 'अधिग्रहण सरकारी और नियामक प्राधिकरणों से अपेक्षित अनुमोदन प्राप्त करने के अधीन है, सभी उधारदाताओं से सहमति, उक्त संपत्ति और अन्य स्थितियों पर सभी भार उठाना जारी है। विचार पूर्ण होने पर देय है और अनुबंध में निर्दिष्ट अनुसार समायोजन के अधीन है।'

रिलायंस जियो ने कहा कि आरकॉम की परिसंपत्तियों का अधिग्रहण करने की प्रक्रिया को विशिष्ट उद्योग विशेषज्ञों के एक स्वतंत्र समूह द्वारा देखरेख में किया जाएगा और यह दो चरण की बोली प्रक्रिया में सफल बोलीदाता के रूप में उभरेगा।

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साथ ही बताया गया है कि दोनों कंपनियां गोपनीयता दायित्वों से बंधी हुई है और उपयुक्त समय आने पर आगे खुलासा करेंगी।

बयान में कहा गया है, 'आरकॉम के लिए संपत्ति मुद्रीकरण प्रक्रिया आरकॉम के उधारदाताओं द्वारा अनिवार्य है, जिन्होंने इस प्रक्रिया को चलाने के लिए एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड को नियुक्त किया है।'

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