logo-image

निर्मला सीतारमण ने बजट के दौरान एक ऐसा रिकार्ड बनाया है जो किसी वित्त मंत्री के पास नहीं है

सदन में आज केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने Union Budget 2019 पेश किया. मोदी सरकार 2.0 का यह पहला बजट है. अब तक देश में कुल 88 केंद्रीय बजट पेश किए जा चुके हैं. बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री ने एक अलग रिकॉर्ड बना दिया है.

Updated on: 05 Jul 2019, 02:12 PM

नई दिल्ली:

सदन में आज केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने Union Budget 2019 पेश किया. मोदी सरकार 2.0 का यह पहला बजट है. अब तक देश में कुल 88 केंद्रीय बजट पेश किए जा चुके हैं. इस बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक रिकॉर्ड तोड़ दिया है.

वह है अब तक के सबसे लंबे भाषण का रिकॉर्ड. उन्होंने 2 घंटे 15 मिनट तक बजट भाषण पेश किया. साथ ही उन्होंने 22500 शब्दों में अपना सबसे लंबा भाषण दिया. लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ना ने भी सदस्यों का इसके लिए आभार व्यक्त किया. अब तक का सबसे लंबा भाषण वित्त मंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह ने दिया था. 1991 में मनमोहन सिंह वित्त मंत्री थे.

जिन्होंने 18,177 शब्दों में अब तक सबसे लंबा भाषण दिया था. वहीं बजट का सबसे छोटा भाषण 1977 में HM पटेल ने दिया था. HM पटेल ने 800 शब्दों का सबसे छोटा बजट पेश किया था. आइए जानते हैं बजट के भाषण से जुड़ी अनोखी बातें...

तीन प्रधानमंत्रियों ने पेश किया था बजट

देश में जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी तीन ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए अपना बजट पेश किया था. 1970 में चुनाव से ठीक पहले इंदिरा गांधी ने देश के वित्त मंत्री का पदभार संभाला था. इसी बजट में उन्होंने गरीबी हटाओ का नारा दिया था. इंदिरा गांधी 1970 में देश का बजट पेश करने वाली पहली महिला वित्त मंत्री थीं. 48 सालों बाद आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश कर रही हैं.

अल्पकालीन समय का पहला बजट

आजादी के बाद पहला केंद्रीय बजट 15 अगस्त 1947 से 13 मार्च 1948 तक के लिए पेश हुआ था. हालांकि भारत पाकिस्तान के बंटवारे के कारण समय निर्धारित नहीं हो सका था. 26 नवंबर 1947 को तत्कालीन वित्त मंत्री RK शनमुखम चेट्टी ने पहला बजट पेश किया था.

मनमोहन सिंह का था सबसे लंबा बजट
मनमोहन सिंह ने सबसे लंबा बजट भाषण दिया था. उनके बाद अरुण जेटली ने वित्त मंत्री रहते हुए साल 2014, 2016 और 2017 में लंबा भाषण दिया था. बजट पेश करने के लिए सबसे ज्यादा समय जसवंत सिंह ने लिया था. जसवंत सिंह ने 2003 में बजट पेश करने के लिए 2 घंटे 13 मिनट का समय लगाया था. लेकिन निर्मला सीतारमण ने इस रिकॉर्ड को 2 मिनट ज्यादा बोलकर तोड़ दिया है.