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जब लगा अब नहीं मिलेगा कुछ भी, तभी हो गई वेतनभोगियों के लिए सौगातों की बरसात

1 फरवरी को मोदी सरकार (Narendra Modi Government) ने अपना आखिरी बजट पेश (Budget 2019) किया.

Updated on: 01 Feb 2019, 04:40 PM

नई दिल्‍ली:

1 फरवरी को मोदी सरकार (Narendra Modi Government) ने अपना आखिरी बजट पेश (Budget 2019) किया. लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2019) से पहले इस बजट (Budget) से अगर सबसे ज्‍यादा किसी को उम्‍मीद थी तो वो था नौकरीपेशा वर्ग (Service class). इनकम टैक्‍स (Income Tax) के बोझ तले दबा यह वर्ग (Salaried Person) लंबे समय से Income Tax स्‍लैब बढ़ाने की मांग कर रहा था. गोयल के बजट भाषण पर सबसे ज्‍यादा निगाहें इसी वर्ग की थी.

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11:01 बजे पीयूष गोयल ने बजट पढ़ना शुरू किया. 11:08 बजे किसानों की बात हुई. दस मिनट तक गोयल मोदी सरकार की उपलब्‍धियों को गिनाते रहे. इस बीच सैलरी पाने वाला मध्‍यम वर्ग हाथ मलते हुए बेचैन दिखा. उनके मतलब की घोषणा अभी नहीं हुई.

11:31 बजे गोयल किसानों के लिए अपना पिटारा खोल दिए.उन्‍होंने 12 करोड़ किसान परिवारों को तोहफा देते हुए उनके खाते में 6000 रुपये सीधे भेजने की घोषणा की. गाय और मजूदरों को भी कुछ न कुछ मिलने लगा.

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11:37 बजे एक हल्‍की सी मुस्‍कराहट नौकरीपेशा लोगों के चेहरे पर तब दिखी जब ग्रेच्युटी की सीमा 20 लाख की गई. इस बीच मजदूरों के लिए भी एक अच्‍छी खबर सुना गए गोयल, लेकिन नौकरीपेशा लोगों के कान अब Income Tax की छूट सीमा बढ़ाने वाली घोषणा सुनने को बेकरार हुए जा रहे थे.

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इस बीच उज्‍ज्‍वला योजना, पेंशन, मैटर्निटी लीव समेत कई घोषणाएं हुईं लेकिन 12:04 बजे तक इनकम टैक्स पर कोई एलान नहीं हुआ. उम्‍मीदें धराशायी हो रहीं थी. जब जब भाषण में टैक्‍स शब्‍द सुनने को मिलता कान खड़े हो जाते. अगले साल का खर्च 3.36 लाख करोड़ रुपये. महंगाई कम की और योजनाओं पर ज्यादा खर्च किया गया. जैसी बातें सुनने में कोई रूचि नहीं थी.

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साढ़े 12 बजे तक उम्‍मीदें धराशायी हो चुकी थीं. दिल कह रहा था कि इस बार भी मोदी सरकार झुनझुना थमाएगी पर दिमाग इसे स्‍वीकार नहीं कर रहा था. सभी जानते थे कि चुनावी बजट है और मोदी सरकार इतना बड़ा रिस्‍क नहीं ले सकती. अभी दिल और दिमाग के बीच यह जद्दोजहद चल ही रही थी कि गोयल ने ऐसा धमाका किया कि मध्‍यमवर्ग के साथ-साथ शेयर बाजार भी झूमने लगा.

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उम्‍मीद से ज्‍यादा की घोषणा करते हुए गोयल ने 5 लाख रुपये तक की आय को Tax फ्री कर दिया. इसी के साथ संसद में मोदी-मोदी के नारे लगने लगे. ठीक वैसे ही जैसे आखिरी ओवर में जीत के लिए 6 रन की जरूरत हो और 5 गेंदें डॉट फेंकी जा चुकी हों. तभी आखिरी गेंद पर बल्‍लेबाज छक्‍का मारकर अपनी टीम को मैच जिता देता है. पीयूष गोयल ऐसे ही बल्‍लेबाज निकले.

आइए जानें क्‍या है मौजूदा स्‍लैब

वर्ष 2018-19 के लिए यह है स्‍लैब

60 साल से कम उम्र के नागरिक

  • 60 साल से कम उम्र के नागरिकों के लए 2.5 लाख रुपए तक कोई इनकम टैक्स नहीं लगता है.
  • अगर आय 2,50,001 से 5,00,000 रुपए तक है तो 5 फीसदी टैक्स ( कुल आय में से 2.5 लाख घटा कर) लगेगा और इस पर 4 फीसदी सेस भी देने पड़ेंगे.
  • 5,00,001 से 10,00,001 रुपए तक 12,500 रुपए आय पर 20 फीसदी (कुल आय में से 5 लाख घटाकर) और 4 फीसदी सेस लगेगा
  • 10 लाख रुपए से ज्यादा इनकम पर 1,12,500 रुपए + 30 फीसदी ( कुल आय से 10 लाख रुपए घटाकर) + 4 फीसदी सेस लगेगा

60 साल से 80 साल के नागरिकों के लिए (सीनियर सिटीजन)

  • 3 लाख रुपए तक कोई इनकम टैक्स या सेस नहीं लगेगा
  • 3,00,001 से 5 लाख रुपए तक के इनकम पर 5 फीसदी (कुल आय में से 3 लाख घटाकर) + 4 फीसदी सेस लगेगा
  • 5,00,001 रुपए से 10 लाख रुपए तक इनकम पर 10,000 रुपए + 20 फीसदी (कुल आय में से 5 लाख घटाकर) + 4 फीसदी सेस लगेगा
  • 10 लाख रुपए से ज्यादा इनकम पर 1,10,000 रुपए + 30 फीसदी (कुल आय में से 10 ला घटाकर) + 4 फीसदी सेस लगेगा

80 साल से ज्यादा उम्र के नागरिकों के लिए ( सुपर सीनियर सिटीजन)

  • 5 लाख रुपए तक कोई इनकम टैक्स या सेस नहीं
  • 5,00,001 रुपए से 10 लाख रुपए तक के इनकम पर 20 फीसदी (कुल आय में से 5 लाख रुपए घटाकर) + 4 फीसदी सेस
  • 10 लाख रुपए से ज्यादा 1,00,000 रुपए + 30 फीसदी (कुल आय में से 10 लाख रुपए घटाकर) + 4 फीसदी सेस