कावेरी मुद्दे पर बयान देकर फंसे रजनीकांत, कर्नाटक में रिलीज नहीं होगी 'काला'
रजनीकांत ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों से अपील की थी कि वह कावेरी नदी पर कोर्ट के फैसले के विरोध में काली पट्टी बांधकर मैच खेलें।
मुंबई:
साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत कावेरी मुद्दे पर बयान देकर फंस गए हैं। उनकी अपकमिंग मूवी 'काला' अब कर्नाटक में रिलीज नहीं होगी।
जानकारी के मुताबिक, कर्नाटक के फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स ने रजनीकांत की फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने का फैसला लिया है। कावेरी मुद्दे पर बयान देने के बाद कोई भी डिस्ट्रीब्यूटर उनकी मूवी रिलीज करने को तैयार नहीं है।
Rajinikanth starrer 'Kaala' won't be released in Karnataka following his comment on the Cauvery issue
— ANI (@ANI) May 29, 2018
ये भी पढ़ें: 'काला' के लिए ट्विटर ने खास इमोजी लॉन्च किया
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच लंबे समय से कावेरी नदी के पानी के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। बीते 16 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए तमिलनाडु के लिए कावेरी जल का हिस्सा कम करते हुए कर्नाटक को बड़ा हिस्सा दे दिया।
8 अप्रैल को चेन्नई में हुए IPL मैच के दौरान रजनीकांत, कमल हासन और तमिल फिल्म इंडस्ट्री के कई सितारों ने इस फैसले का विरोध किया था।
रजनीकांत ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों से अपील की थी कि वह कावेरी नदी पर कोर्ट के फैसले के विरोध में काली पट्टी बांधकर मैच खेलें। जब सुपरस्टार से कहा गया कि इससे कर्नाटक में उनकी फिल्म के प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है तो उन्होंने जवाब दिया था, 'मैं सही के साथ खड़ा हूं।'
इस विवाद में पड़ने के कारण ही कर्नाटक में कोई भी डिस्ट्रीब्यूटर उनकी फिल्म रिलीज करने को तैयार नहीं है।
बता दें कि 'काला' में नाना पाटेकर एक भ्रष्ट राजनेता का किरदार निभाएंगे, जबकि रजनीकांत गरीबों के मसीहा के रूप में नजर आएंगे। यह फिल्म 7 जून को रिलीज होगी।
ये भी पढ़ें: हीरे की ज्वैलरी का यूं रखें ख्याल, कभी नहीं होंगे खराब!
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें