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'पद्मावती' विवाद: संजय लीला भंसाली संसदीय समिति के सामने हुए पेश

इससे पहले 17 नवबंर को कमिटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि फिल्म से जुड़े सभी विवादों पर इंडस्ट्री के लोगों को बुलाकर बात करनी चाहिए।

Updated on: 30 Nov 2017, 03:17 PM

highlights

  • 'पद्मावती' पर गहराते विवाद को देखते हुए समिति के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने सबसे पहले इस मामले में संजय लीला भंसाली को बुलाया है
  • दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह जैसे सितारों से सजी फिल्म की रिलीज डेट टलने से कास्ट और मेकर्स हैं काफी परेशान 

नई दिल्ली:

बॉलीवुड के साथ राजनीतिक गलियारों में निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' चर्चा का विषय बनी हुई है।

फिल्म को लेकर चल रहे विवाद के बीच भंसाली आज संसद की सूचना एवं प्रौद्योगिकी की स्थायी समिति के सामने पेश हुए।

दरअसल, गुरुवार को दोपहर 2 बजे के बाद भंसाली संसदीय समिति के सामने पेश हुए और सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को भी समिति के समक्ष पेश होने के लिए बुलाया गया है।

इस कमेटी को बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर लीड कर रहे हैं। इससे पहले 17 नवबंर को कमिटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि फिल्म से जुड़े सभी विवादों पर इंडस्ट्री के लोगों को बुलाकर बात करनी चाहिए।

हालांकि 'पद्मावती' पर गहराते विवाद को देखते हुए समिति के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने सबसे पहले इस मामले में संजय लीला भंसाली को बुलाया है। समिति चाहती है कि भंसाली 30 नवम्बर को सामने आएं और 'पद्मावती' विवाद पर अपने विचार रखें।

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बता दें फिल्म 'पद्मावती' पर इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप लग रहे हैं। दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह जैसे सितारों से सजी फिल्म की रिलीज डेट टलने से फिल्म की कास्ट और मेकर्स काफी परेशान हैं। पहले यह फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज हो रही थी, लेकिन अब इसे लेकर सस्पेंस बरकरार है।

राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश समेत पूरे देश में ​राजपूत और करणी सेना 'पद्मावती' ​का लगातार विरोध कर रही है। करणी सेना व अन्य राजपूत समुदाय फिल्म को बैन करने की मांग कर रहे हैं।

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