logo-image

Birthday Special : 'मिस्टर परफेक्शनिस्ट' आमिर खान के बर्थडे पर देखिए, उनके मशहूर गाने

आमिर खान को राजा हिन्दुस्तानी (1996), के लिए पहला फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार मिला

Updated on: 14 Mar 2019, 10:36 AM

नई दिल्ली:

बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने मुंबई में अपना 54वां जन्मदिन मनाया. 14 मार्च 1965 को मुंबई, महाराष्ट्र में जन्मे आमिर खान ने अपने चाचा नासिर हुसैन की फ़िल्म यादों की बारात (1973) में एक बाल कलाकार की भूमिका निभाई थी. ग्यारह साल बाद खान का करियर फ़िल्म होली (1984) से आरम्भ हुआ उन्हें अपने चचेरे भाई मंसूर ख़ान के साथ फ़िल्म क़यामत से क़यामत तक (1988) के लिए अपनी पहली व्यवसायिक सफलता मिली और उन्होंने फ़िल्म में एक्टिंग के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ मेल नवोदित पुरस्कार जीता. आमिर खान को राजा हिन्दुस्तानी (1996), के लिए पहला फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार मिला.

यह भी पढ़ें- Birthday Special : 'औरत ने जनम दिया मर्दों को, मर्दों ने उसे बाज़ार दिया'... महिला दिवस पर साहिर लुधियानवी की नज़्म

उन्हें बाद में फिल्मफेयर कार्यक्रम में दूसरा सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार और लगान में उनके अभिनय के लिए 2001 में कई अन्य पुरस्कार मिले और अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया. 2007 में, उन्होंने निर्देशक के रूप में फ़िल्म तारे ज़मीन पर का निर्देशन किया, जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक अवार्ड दिया गया. कई कॉमर्शियल सफल फ़िल्मों का अंग होने के कारण और बहुत ही अच्छा अभिनय करने के कारण, वे हिन्दी सिनेमा के एक प्रमुख अभिनेता बन गए हैं

यहां देखें बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान के 5 मशहूर गाने (Aamir Khan 5 famous songs)

फिल्म गुलाम का यह गाना 'ऐ क्या बोलती तु ऐ क्या मैं बोलूं सुन, सुना आती क्या खंडाला?' बहुत फेमस हुआ था.

अभिनेता आमिर खान का फिल्म सरफरोश से ये गाना 'इस दीवाने लड़के को, कोई समझाए प्यार मोहब्बत से ना जाने क्यूँ यह घबराए, लोगों की जुबां पर आज भी चढ़ा हुआ है.

फिल्म जो जीता वही सिकंदर से यह गाना 'चाहे तुम कुछ ना कहो, मैने सुन लिया के साथी प्यार का मुझे चुन लिया चुन लिया.. पहला नशा.. पहला खुमार..' आज भी लोगों को अपने पहले प्यार पर सबसे पहले आता है.

फिल्म गजनी से ये गाना 'तू मेरी अधूरी प्यास प्यास तू आ गयी मन को रास रास अब तो.. तू मेरी अधूरी प्यास प्यास तू आ गयी मन को रास रास अब तो तू आजा पास पास है गुजारिश' को बहुत लोग पसंद करते हैं

दंगल का यह गाना 'रे निकर और टी शर्ट के आया सायक्लोन लगा के फ़ोन बाता दे सबको बचके रहियो बाघड बिल्ली से चंडीगढ़ से या दिल्ली से तन्ने चारो खाने चित्त कर देगी तेरे पुर्ज्जे फिट कर देगी डट कर देगी तेरे दांव से बढ़ के पेंच पलट कर देगी चित्त कर देगी, चित्त कर देगी, ऐसी धाकड़ है, धाकड़ है' यह भी लोगों के बीच बहुत फेमस है.