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कभी-कभी बच्चों का अपना एजेंडा होता है: करन जौहर

करन ने कहा, 'माता-पिता को अपने बच्चों के लिए स्वतंत्रता और सब कुछ चाहिए। कभी-कभी बच्चों का खुद का एजेंडा होता है। वे अपने माता-पिता के साथ अपना पूरा समय व्यतीत करना नहीं चाहते।'

Updated on: 21 Dec 2017, 10:04 PM

नई दिल्ली:

फिल्मकार करन जौहर का मानना है कि कभी-कभी बच्चों को अकेले रहने का मन करता है और उनका अपना एजेंडा हो सकता है। यहां आध्यात्मिक नेता दादा जे.पी. वासवानी के 100वें जन्मदिन के लिए उपस्थित हुए करन ने माता-पिता और बच्चों के बीच संबंधों के बारे में चर्चा की।

उन्होंने इस वर्ष के मध्य में जुड़वा बच्चे रूही और यश का स्वागत किया था।

करन ने कहा, 'माता-पिता को अपने बच्चों के लिए स्वतंत्रता और सब कुछ चाहिए। कभी-कभी बच्चों का खुद का एजेंडा होता है। वे अपने माता-पिता के साथ अपना पूरा समय व्यतीत करना नहीं चाहते।'

 

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उन्होंने कहा कि प्रत्येक माता-पिता का कर्तव्य है कि वे अपने बच्चों को समय दें। जब माता-पिता बच्चे को समय नहीं देते और उनके मन को नहीं समझते, तो बच्चे भी उनके साथ ऐसा ही करते हैं।

करन 'ड्राइव', 'राजी', 'केसरी' और 'ब्रह्मास्त्र' जैसी फिल्मों का निर्माण करेंगे।

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