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रानी मुखर्जी की फिल्म 'हिचकी' को शंघाई फिल्मोत्सव में मिला स्टैंडिंग ओवेशन

हिचकी में रानी मुखर्जी ने टॉरेट सिंड्रोम से पीड़ित एक महिला का किरदार निभाया था जो अपनी इसपर जीत हासिल करती है।

Updated on: 18 Jun 2018, 06:05 PM

मुंबई:

फिल्म निर्देशक सिद्धार्थ मल्होत्रा की 'हिचकी' को शंघाई अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव (एसआईएफएफ) में स्टैंडिंग ओवेशन मिला। सिद्धार्थ ने कहा कि यह उनके लिए सम्मान की बात है।

सिद्धार्थ ने सोमवार को सोशल मीडिया पर फिल्म की कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए कहा, 'जब आपके काम को विदेशी दर्शकों से स्टैंडिंग ओवेशन मिलता है तो यह पल कितना सम्मानजनक और खुशी देने वाला होता है।'

उन्होंने कहा, 'इस अनुभव के लिए शंघाई एसआईएफएफ 2018 आपको हिचकी की पूरी टीम की ओर से शुक्रिया।'

फिल्मोत्सव में 'द बेल्ट एंड रोड' वीक के तहत फिल्म को 16 जून को दिखाया गया।

यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनी फिल्म 'हिचकी' को आदित्य चोपड़ा ने प्रोड्यूस किया है। वहीं रानी मुखर्जी भूमिका में नजर आई थी।

हिचकी में रानी मुखर्जी स्कूल टीचर 'नैना माथुर' का किरदार निभाया था। रानी का किरदार अमेरिकन मोटिवेशनल स्पीकर और टीचर ब्रैड कोहेन से प्रेरित है। वह भी टॉरेट सिंड्रोम की वजह से कई परेशानियां झेलकर टीचर बने थे।

सिद्धार्थ पी. मलहोत्रा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में इस बात पर ध्यान दिया गया है कि अपनी कमियों को अवसरों में बदलकर सफलता हासिल की जा सकती है।

बता दें कि 4 साल बाद बॉलीवुड में कमबैक करने वाली रानी मुखर्जी आखिरी बार 2014 में 'मर्दानी' में एक दबंग पुलिस अफसर के किरदार में देखा गया था।

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