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सुरों के जादूगर ए. आर. रहमान का आज है जन्मदिन, इस वजह से बने थे हिन्दू से मुसलमान

रहमान के कई साउंडट्रैक हॉलीवुड फिल्मों में भी इस्तेमाल किए गए हैं.

Updated on: 06 Jan 2019, 11:43 AM

नई दिल्ली:

दुनियाभर में अपने सुरों से लोगों को दीवाना बनाने वाले ऑस्कर विनर संगीतकार ए. आर. रहमान (A.R Rahman) आज अपना 51वां जन्मदिन मनाएंगे. 6 जनवरी, 1967 में दक्षिण भारत में मद्रास के एक हिन्दू परिवार में जन्में रहमान के पिता आर.के. शेखर एक म्यूजिक कंपोजर थे. जिन्हें दिलीप कुमार की फिल्में काफी पसंद थी इसलिए उन्होंने जन्म के वक्त रहमान का नाम ए.एस. दिलीप कुमार रखा था.

लेकिन जब 23 साल की उम्र में रहमान की बहन की तबियत बिगड़ी तब पूरे परिवार ने धर्म परिवर्तन कर लिया. जिसके बाद ए एस दिलीप कुमार से "ए.आर. रहमान" यानी  'अल्लाह रक्खा रहमान' हो गया.

रहमान को फिल्म इंडस्ट्री में करीब 26 साल हो चुके है जिसमें उन्होंने एक से बढ़कर गानों को कंपोज किए व गाएं हैं. कम ही लोग जानते हैं कि बचपन में उन्हें संगीत में कोई खास रुचि नहीं थी. वो इंजीनियर बनना चाहते थे. दिलचस्प बात ये है कि एक्टर दिलीप कुमार और रहमान दोनों की पत्नी का नाम सायरा बानों है. उनके तीन बच्चे हैं जिनके नाम- खतीजा, रहीमा और अमीन है.

रहमान के कई साउंडट्रैक हॉलीवुड फिल्मों में भी इस्तेमाल किए गए हैं. 'छैया-छैया' गाने को हॉलीवुड फिल्म इनसाइड मैन तो वहीं फिल्म 'बॉम्बे' के म्यूजिक ट्रैक को 'डिवाइन इंटरवेंशन' में इस्तेमाल किया गया. वहीं एयरटेल की धुन भी रहमान के द्वारा ही बनाई गई है.

रहमान को साल 2000 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया. 'स्लम डॉग मिलेनियर' के लिए उन्हें गोल्डन ग्लोब, ऑस्कर और ग्रैमी जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है. उनका गीत 'जय हो' देश-विदेश में काफी पसंद किया गया.

रहमान चार राष्ट्रीय पुरस्कार, 15 फिल्मफेयर, फिल्म '127 आवर्स' के लिए रहमान को बाफ्टा पुरस्कार भी मिला. नवंबर 2013 में कनाडाई प्रांत ओंटारियो के मार्खम में एक सड़क का नाम संगीतकार के सम्मान में 'अल्लाह रक्खा रहमान' कर दिया