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मुजफ्फरपुर में इंसेफेलाइटिस का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, पीआईएल दाखिल कर की गई ये मांग

बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) से अबतक 109 बच्चों की मौत हो चुकी है. मुजफ्फरपुर में इंसेफेलाइटिस से हो रही मौत का मामला अब कोर्ट में पहुंच गई है.

Updated on: 19 Jun 2019, 06:56 AM

highlights

  • मुजफ्फरपुर में इंसेफेलाइटिस का कहर
  • 109 बच्चों की अबतक इस बीमारी से मौत
  • सुप्रीम कोर्ट में इंसेफेलाइटिस को लेकर दाखिल की गई पीआईएल

नई दिल्ली:

बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) से अबतक 109 बच्चों की मौत हो चुकी है. मुजफ्फरपुर में इंसेफेलाइटिस से हो रही मौत का मामला अब कोर्ट में पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल करके केंद्र और बिहार सरकार से 500 आईसीयू की व्यवस्था करने की मांग की है. इसके साथ ही एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के प्रकोप से निपटने के लिए आवश्यक डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने की मांग की गई है.

इसके साथ ही मुजफ्फरपुर में भेजे जाने वाले 100 मोबाइल आईसीयू की व्यवस्था करने और वहां मेडिकल बोर्ड स्थापित करने की भी मांग पीआईएल में दाखिल की गई है. कल यानी 19 जून को इस मामले पर सुनवाई हो सकती है. याचिकाकर्ता ने तुरंत इस मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट से गुहार लगाई है.

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वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री डॉ हर्ष वर्धन, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के खिलाफ भी पीआईएल दाखिल की गई है. इस पीआईएल पर 26 जून को सुनवाई होगी.

बता दें कि मुजफ्फरपुर में जानलेवा बीमारी के चरम पर पहुंचने के 18 दिन बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वहां पहुंचे. इस दौरान वहां पर लोगों ने जमकर उनका विरोध किया. लोगों ने नीतीश वापस जाओं के नारे लगाए. बच्चों की मौत से बिखरे और नाराज लोगों ने नीतीश मुर्दाबाद और हाय-हाय के नारे लगाए.