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प्रशांत किशोर को लेकर बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने किया बड़ा खुलासा, कही यह बड़ी बात

उन्होंने कहा कि उन्हें भी प्रशांत किशोर से स्नेह रहा है. नीतीश ने कहा कि फिलहाल उन्हें युवाओं को पार्टी से जोड़ने का जिम्मा दिया गया है.

Updated on: 16 Jan 2019, 09:45 AM

नई दिल्ली:

बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पार्टी के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष प्रशांत किशोर को लेकर बड़ा खुलासा किया है. नीतीश कुमार ने एक चैनल से बातचीत में दावा किया कि प्रशांत किशोर को पार्टी में बड़ा पद देने के लिए भाजपा (BJP) अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने दो बार फोन करके पैरवी की थी. इसके बाद ही उन्होंने प्रशांत किशोर (Prashant Kishor)को जदयू (JDU) का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था. साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें भी प्रशांत किशोर से स्नेह रहा है. नीतीश ने कहा कि फिलहाल उन्हें युवाओं को पार्टी से जोड़ने का जिम्मा दिया गया है.

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नीतीश कुमार ने इस कार्यक्रम में अपने उत्तराधिकारी के बारे में सवाल पूछे जाने पर जवाब दिया कि ये जनता तय करेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर को नियुक्ति भाजपा के दो शीर्ष नेताओं की सलाह पर की गई है. नीतीश कुमार ने कहा कि प्रशांत किशोर को उपाध्यक्ष बनाने के फैसले में उनके अलावा और भी कई लोग शामिल थे. बता दें कि किशोर को पिछले साल सितंबर में जद (यू) में शामिल किया गया था और कुछ ही हफ्ते बाद उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया गया था. इससे ऐसी अटकलें लगने लगी कि कुमार उन्हें अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाने के बारे में सोच रहे हैं. नीतीश कुमार ने कहा, 'वह हमारे लिए नए नहीं हैं. उन्होंने हमारे साथ 2015 के विधानसभा चुनाव में काम किया था. थोड़े समय के लिए वह कहीं और व्यस्त थे. कृपया मुझे बताने दें कि अमित शाह ने मुझे दो बार किशोर को जद (यू) में शामिल करने को कहा था.'

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साथ ही उन्होंने कहा, ‘प्रशांत किशोर को समाज के सभी तबके से युवा प्रतिभाओं को राजनीति की ओर आकर्षित करने का काम सौंपा गया है. राजनीतिक परिवारों में नहीं जन्मे लोगों की राजनीति से पहुंच दूर हो गई है. मुझे प्रशांत किशोर से काफी लगाव है. लेकिन, उत्तराधिकारी जैसी बातें हमें नहीं करनी चाहिये. यह राजशाही नहीं है.'