मुजफ्फरपुर में बिगड़ते हालात पर परिजन का हंगामा, कहा- मर रहे बच्चों पर दें ध्यान
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (Acute Encephalities Syndrome) से अब तक 84 बच्चों की मौत हो चुकी है. हालात को देखने के लिए रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का दौरा किया.
नई दिल्ली:
'सुशासन बाबू' के राज्य में मासूमों की मौत का सिलसिला जारी है. बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (Acute Encephalities Syndrome) से अब तक 84 बच्चों की मौत हो चुकी है. हालात को देखने के लिए रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का दौरा किया. उन्होंने अस्पताल में भर्ती बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात की और हालचाल जाना.
और पढ़ें: जानें बिहार में बच्चों को कौन बना रहा है शिकार, लगातार हो रही मौतों के पीछे ये है सच
इससे पहले मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में एईएस और चमकी बुखार से प्रभावित इलाजरत बच्चों को देखने केंद्रीय गृह राज्यमन्त्री नित्यानंद राय पहुंचे. उन्होंने बच्चों का हालचाल लिया और उनके परिजनों को सहायता का आश्वासन दिया है. वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मरने वाले बच्चों के परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है.
मुजफ्फरपुर में दिनों-दिन बिगड़ते हालात पर नाराज के परिजन ने आरोप लगाया है, 'पिछले 2 महीने से मेरा बड़ा भाई यहां भर्ती है. मैं चाहता हूं कि उसका अच्छे से इलाज किया जाए. साथ ही यहां मर रहे बच्चों पर भी विशेष ध्यान दें या फिर मुझे भी मार दिया जाए.'
#WATCH Brother of a patient at Sri Krishna Medical College&Hospital in Muzaffarpur: My elder brother is admitted here since last 2 months.I want that he must be treated well&all the children who are in a dying state here must be given utmost attention, or kill me as well. #Bihar pic.twitter.com/LhOusdMDbE
— ANI (@ANI) June 16, 2019
बिहार के मुजफ्फरपुर में दिमागी बुखार यानी चमकी बुखार विकराल रूप लेता जा रहा है. मुजफ्फरपुर के दो सरकारी अस्पतालों श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में इन 73 बच्चों की मौत हुई है. जानकारी के मुताबिक फिलहाल 100 से ज्यादा बच्चे इस बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती है. बच्चों की हो रही मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि स्वास्थ्य विभाग इस पूरे मामले पर नजर रख रहा है.
ये भी देखें: बिहार में 'मौत' बनी गर्मी, लू लगने से 24 घंटे में 45 की मौत, 100 से अधिक अस्पताल में भर्ती
बता दें कि बरसात से पहले ये बीमारी हर साल बिहार में कहर बरपाती है. इसकी पूरी जांच की जा रही है. गौरतलब है कि उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी व वैशाली में बीमारी का प्रभाव दिखता है. इस साल अब तक एसकेएमसीएच में जो मरीज आ रहे हैं, वे मुजफ्फरपुर और आसपास के हैं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024 Date: हनुमान जयंती पर बनेगा गजलक्ष्मी राजयोग, जानें किन राशियो की होगी आर्थिक उन्नति
-
भारत के इस मंदिर में नहीं मिलती पुरुषों को एंट्री, यहां होते हैं कई तांत्रिक अनुष्ठान
-
Mars Transit in Pisces: 23 अप्रैल 2024 को होगा मीन राशि में मंगल का गोचर, जानें देश और दुनिया पर इसका प्रभाव
-
Kamada Ekadashi 2024: कामदा एकादशी से पहले जरूर करें 10 बार स्नान, सफलता मिलने में नहीं लगेगा समय