logo-image

बिहार: सुप्रीम कोर्ट पहुंचा चमकी बुखार से मासूमों की मौत का मामला, सरकार पर लापरवाही का आरोप

इस याचिका में राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ममाले में कोर्ट के दखल की मांग की गई है

Updated on: 19 Jun 2019, 02:25 PM

नई दिल्ली:

बिहार के मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाकों में चमकी बुखार (Acute Encephalitis Syndrome) का कहर जारी है. इससे होने वाली बच्चों की मौत का आंकड़ा 112 पहुंच चुका है. वहीं बताया जा रहा है कि 300 बच्चें अभी भी गंभीर रूप से बीमार है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मरने वालों बच्चों में 80 फीसदी बच्चियां हैं.
वहीं अब ये ममाला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुका है. जानकारी के मुताबिक बिहार के इन्सेफलाइटिस से 100 से ज़्यादा बच्‍चों की मौत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है. इस याचिका में राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ममाले में कोर्ट के दखल की मांग की गई है.

यह भी पढ़ें: बिहार से लेकर ओडिशा तक मचा चमकी बुखार से हड़कंप, जांच के लिए भेजे जाएंगे लीची के सैंपल

सुप्रीम कोर्ट में वकील मनोहर प्रताप और सनप्रीत सिंह की तरफ से दाखिल की गई इस याचिका में मांग की गई है कि कोर्ट सरकार को 500 ICU का इंतजाम करने का आदेश दे. इसी के साथ ये भी अपील की गई है कि कोर्ट सरकार से 100 मोबाईल ICU को मुजफ्फरपुर भेजे जाने और पर्याप्त संख्या में डॉक्टर उपलब्ध कराने के आदेश दे. इस मामले में  सुनवाई 24 जून यानी सोमवार को होगी. दरअसल याचिकाकर्ता ने इस मामले में जल्द से जल्द सुनवाई की मांग की थी, हालांकि कोर्ट ने सुनवाई की तारीख 24 जून तय की है.

यह भी पढ़ें:  मुजफ्फरपुरः चमकी बुखार, गरीबी और मासूमों की मौत के बीच लीची कनेक्‍शन

बता दें कि मुजफ्फरपुर में इस जानलेवा बीमारी के चलते हाहाकार मचा हुआ है. इस बीमारी के चरम पर पहुंचने के 18 दिन बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर पहुंचे. इस दौरान वहां पर लोगों ने जमकर उनका विरोध किया. लोगों ने नीतीश वापस जाओं के नारे लगाए. बच्चों की मौत से बिखरे और नाराज लोगों ने नीतीश मुर्दाबाद और हाय-हाय के नारे लगाए.