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खुद रहते हैं किराए के घर में लेकिन बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी को तोहफे में दिया प्लाट, जानें क्या है पूरा मामला

अब आयकर डिपार्टमेंट की एडजुकेटिंग अथॉरिटी ने लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटी हेमा यादव की अवैध सम्पत्ति को जब्त करने का आदेश दिया है.

Updated on: 31 Jan 2019, 12:53 PM

नई दिल्ली:

बिहार में राजद सुप्रीमो लालू यादव और उनके परिवार की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. अब आयकर डिपार्टमेंट की एडजुकेटिंग अथॉरिटी ने लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटी हेमा यादव की अवैध सम्पत्ति को जब्त करने का आदेश दिया है. इसी क्रम में पटना के धनौत में दो जमीनों और सगुना इलाके में एक प्लाट को जब्त किया गया है. दोनों प्लाट दुसरे लोगों के नाम पर थे. जांच में मालूम चला कि धनौत का प्लाट ललन चौधरी और सगुना वाला प्लाट हृदय नारायण चौधरी के नाम पर है.

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दस्तावेजों के अनुसार दोनों लोगों ने 2008 में राबड़ी और हेमा को यह बतौर गिफ्ट के रूप में दिया था. वहीं बताया जा रहा है कि बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी और बेटी हेमा जांच में यह नहीं बता पाईं कि इन प्लाट का असल मालिक कौन है. जांच में मालूम चला कि ललन विधान सभा में चपरासी और हृदय चौधरी रेलवे में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी है. दोनों ने जमीन गिफ्ट में दिया है जबकि ये दोनो खुद किराए के मकान में रह रहे हैं. कहा जा रहा है कि दोनों पहले लालू के गौशाला में काम करते थे. बाद में लालू यादव ने ही इनकी नौकरी लगवाई थी. बता दें कि यह पूरी कार्रवाई बेनामी एक्ट के तहत हुई है.