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मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांडः सीबीआई ने ली तलाशी, तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर बोला हमला

ब्रजेश ठाकुर ने मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारागार में केवल पांच दिन बिताए हैं। इस मामले में उसे दो जून को गिरफ्तार किया गया था।

Updated on: 11 Aug 2018, 02:23 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने सेंट्रल फॉरेसिंक साइंस लेबोरेटरी (सीएफएसएल) के अधिकारियों के साथ मिलकर शनिवार को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बालिका गृह की तलाशी ली, जहां 34 नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म का मामला उजागर हुआ था। मामले की जांच में तेजी लाने के लिए सीएफएसएल की टीम ने वैज्ञानिक सबूत एकत्र किए। एक जिला पुलिस अधिकारी ने कहा कि मुजफ्फरपुर कोर्ट में मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर से पूछताछ करने के लिए उसे रिमांड पर लिए जाने का आवेदन करने से पहले टीम ने सीलबंद कमरे खोले और तलाशी ली।

अधिकारी ने कहा, 'टीमों ने सील किए गए कमरे खोले और मामले में और सबूत इकट्ठा करने के लिए तलाशी ली। टीमों द्वारा की गई सभी जांच गतिविधियों को रिकॉर्ड करने के लिए वीडियोग्राफी की गई।'

वहीं इस मामले को लेकर बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोला।

मीडिया को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जब मुजफ्फरपुर कांड को लेकर सुप्रीम कोर्ट दखल दे चुका है तो अभी तक नीतीश कुमार चुप क्यों हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना चाहिए।

इस दौरान तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार से मीडिया के जरिए 20 सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि बच्चियों के इंसाफ और सुरक्षा को लेकर मैं ये सवाल पूछ रहा हूं, जिसे पूरा देश जानना चाहता है।

ठाकुर को नौ अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार करने के बाद बालिका गृह को जिला प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया था। बालिका गृह के अंदर और बाहर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है क्योंकि टीमों द्वारा जांच का काम कई घंटों तक किए जाने की संभावना है।

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ठाकुर ने मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारागार में केवल पांच दिन बिताए हैं। इस मामले में उसे दो जून को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा, 'वह स्वास्थ्य आधार पर जेल के मेडिकल वार्ड में रह रहा है और कैदियों के वार्ड में रहने से बचने में कामयाब रहा।' पटना हाई कोर्ट इस मामले में चल रही सीबीआई जांच पर नजर बनाए हुए है।