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उपेंद्र कुशवाहा के जाने के बाद LJP को नहीं खोना चाहती बीजेपी, शाह से मिलेंगे रामविलास और चिराग पासवान

दो दिन पहले लोजपा नेता चिराग पासवान ने सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी और नीतीश कुमार को आंख दिखाई, उसके बाद उनके चाचा और रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस ने बीजेपी को जमकर कोसा.

Updated on: 20 Dec 2018, 03:38 PM

नई दिल्ली:

बिहार में राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में लगता है सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. बीजेपी और नीतीश कुमार को कोसते हुए उपेंद्र कुशवाहा गठबंधन को अलविदा कह गए और अब लोक जनतांत्रिक गठबंधन ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिया है. दो दिन पहले लोजपा नेता चिराग पासवान ने सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी और नीतीश कुमार को आंख दिखाई, उसके बाद उनके चाचा और रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस ने बीजेपी को जमकर कोसा. संकेत यह भी मिलने लगे कि लोजपा भी एनडीए को अलविदा कह सकती है. उसके बाद लगता है बीजेपी ने अपने तेवर नरम कर लिए हैं. माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली करारी हार के बाद सहयोगी दलों ने उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. बताया यह भी जा रहा है कि गुरुवार शाम करीब 5 बजे बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह रामविलास पासवान और चिराग पासवान से मुलाकात करेंगे. 

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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव लोजपा नेता चिराग पासवान से मिलकर सीटों के बंटवारे को लेकर और गठबंधन पर बातचीत करेंगे. बताया जा रहा है कि बिहार के बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव गुरुवार शाम 4 बजे चिराग पासवान से मुलाकात करेंगे. मुलाकात के दौरान लोकसभा चुनाव को लेकर सीटों पर बातचीत होगी. एलजेपी नेता चिराग पासवान ने ट्वीट कर कहा कि टीडीपी और आरएलएसपी के एनडीए से अलग होने के बाद गठबंधन नाजुक दौर से गुजर रहा है. ऐसे में बीजेपी गठबंधन में बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मान पूर्वक तरीके से दूर करें. बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर चिराग पासवान ने कहा, ‘गठबंधन की सीटों को लेकर वे कई बार बीजेपी के नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई ठोस बात आगे नहीं बढ़ पाई है. पासवान ने साफ कहा कि अगर समय रहते बात नहीं बनी तो इससे नुकसान भी हो सकता है.’

दरअसल ये सारा विवाद कुछ माह पहले पटना में अमित शाह और बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद से शुरू हुआ. तब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था, बिहार में बीजेपी और नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगीं. ऐसे में लोक जनशक्ति पार्टी के लिए सीटें कम होना तय है. हाल ही में सीट शेयरिंग को लेकर राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (आरएलएसपी) ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है. माना जा रहा है कि एलजेपी (लोजपा) बिहार में 7 सीटें मांग रही है. उधर नीतीश कुमार जद यू कोटे की सीटों में किसी भी तरह की कटौती मानने को तैयार नहीं हैं. इसलिए ये विवाद सामने आ रहे हैं.