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बिहार : मोकामा शेल्टर होम से फरार हुई 7वीं लड़की भी बरामद, मुजफ्फरपुर मामले में है मुख्य गवाह

सातवीं लड़की को मंगलवार रात बिहार के मधुबनी से बरामद किया गया. इससे पहले सोमवार को 6 लड़कियों को दरभंगा के एक गांव से बरामद किया गया था.

Updated on: 27 Feb 2019, 10:46 AM

पटना:

बिहार के मोकामा शेल्टर होम से गायब हुई सभी सातों लड़कियों (मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस की 5 पीड़िता सहित) का पुलिस ने पता लगा लिया है. सातवीं लड़की को मंगलवार रात बिहार के मधुबनी से बरामद किया गया. बताया जा रहा है कि मुजफ्फर शेल्टर होम उत्पीड़न मामले की मुख्य गवाह है. इससे पहले सोमवार को 6 लड़कियों को दरभंगा के एक गांव से बरामद किया गया था. बीते 23 फरवरी की रात मोकामा स्थित एक बालिका आवासगृह से 7 लड़कियां फरार हो गई थीं.

पहले 6 बरामद लड़कियों से पूछताछ और जांच के बाद इस बात के प्रमाण मिले थे कि लड़कियां खिड़की की ग्रिल काटकर नहीं, बल्कि मुख्यद्वार से निकली थीं. बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा था, 'कुछ जांच रिपोर्ट आए हैं परंतु पढ़ा नहीं है। लेकिन, मुझे जो बताया गया है उसके मुताबिक, आवासगृह की लड़कियां खिड़की के ग्रिल काटकर नहीं, बल्कि मुख्यद्वार से निकली थीं.'

उन्होंने कहा था कि ऐसे में लगता है कि उन्हें भगाया गया था। उन्होंने आगे कहा कि मामले की जांच करने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक, एफएसएल की टीम आवासगृह गई थी और सभी की एक ही राय है.

उन्होंने कहा कि पूरी रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग को दे दी जाएगी. मोकामा स्थित स्वयंसेवी संस्था- नाजरथ सोसाइटी द्वारा मोकामा में चलाए जा रहे बालिका आवासगृह से सात लड़कियां फरार हो गई थी.

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इस मामले पर बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मोकामा की घटना को मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले से जोड़ते हुए ट्वीट किया था, 'मुजफ्फरपुर दुष्कर्म कांड की पीड़ित और गवाह लड़कियां भागी नहीं थीं. जैसा कि मैंने कहा था, उन्हें एक साजिश के तहत भगाने की पटकथा लिखी गई, ताकि सत्ता के शीर्ष पर बैठे सफेदपोशों को बचाया जा सके. कौन है वो बड़ा नेता और अधिकारी जो लड़कियों का शोषण करता था?'

बिहार में पिछले एक साल में कई शेल्टर होम में लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न के साथ-साथ ढेरों अनियमितताओं के मामले सामने आए हैं. सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई द्वारा कई शेल्टर होम के खिलाफ केस दर्ज कर तहकीकात की जा रही है.

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पिछले साल मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में नाबालिग लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने के बाद देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया गया था. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को निर्देश दिया कि टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) के रिसर्च में सामने आए 17 शेल्टर होम के खिलाफ जांच किया जाए.

गौरतलब है कि मुंबई स्थित TISS द्वारा बिहार सरकार को सौंपी गई सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट के आधार पर इस मामले का खुलासा हुआ था कि समाज कल्याण विभाग के मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय गृह में लड़कियों के साथ यौन शोषण हो रहा है. इसके बाद यहां की लड़कियों की चिकित्सकीय जांच के बाद 34 लड़कियों के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी.