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सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद बिहार पुलिस एक्शन में, मंजू वर्मा की गिरफ्तारी के लिए कई ठिकानों पर छापेमारी

आर्म्स एक्ट मामले में फरार चल रही आरोपी बिहार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा की गिरफ्तारी की कोशिश में पुलिस बिहार और झारखंड के कई ठिकानों पर गुरुवार को छापेमारी कर रही है.

Updated on: 15 Nov 2018, 12:39 PM

पटना:

आर्म्स एक्ट मामले में फरार चल रही आरोपी बिहार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा की गिरफ्तारी की कोशिश में पुलिस बिहार और झारखंड के कई ठिकानों पर गुरुवार को छापेमारी कर रही है. मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण मामले में मंजू वर्मा के आवास पर सीबीआई ने छापेमारी की थी जिस दौरान बेगूसराय में वर्मा के ससुराल वालों के घर से 50 जिंदा कारतूस बरामद किया गया था.

बता दें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने मंजू वर्मा की गिरफ्तारी नहीं होने पर बिहार पुलिस को फटकार लगाई थी. कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि पूर्व मंत्री भाग गई और अब तक किसी को पता नहीं चल पाया कि वो कहां हैं. इस मामले की अगली सुनवाई 27 नवंबर को होनी है.

पिछले महीने पटना हाई कोर्ट ने मंजू वर्मा की अग्रिम जमानत की याचिका खारिज कर दी थी. मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा द्वारा दायर जमानत याचिकाओं को बेगूसराय की एक अदालत ने 25 अगस्त को खारिज कर दिया था जिसके बाद मंजू वर्मा ने अग्रिम जमानत के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी.

सीबीआई ने मुजफ्फरपुर आश्रयगृह में नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण मामले में पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के पटना स्थित आवास और बेगूसराय में उनके ससुराल वालों के घर पर छोपमारी की थी. अर्जुन टोला गांव में वर्मा के ससुराल वालों के घर से 50 जिंदा कारतूस बरामद किया गया था. इसके बाद वर्मा और उनके पति के खिलाफ सीबीआई ने 18 अगस्त को एक प्राथमिकी दर्ज की थी.

आरोप है कि यौन शोषण मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और वर्मा के पति के बीच मधुर संबंध हैं. इस मामले के प्रकाश में आने के बाद मंजू वर्मा ने समाज कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था.

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गौरतलब है कि मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) द्वारा राज्य सरकार को सौंपी गई सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट के आधार पर इस मामले का खुलासा हुआ था कि समाज कल्याण विभाग के मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय गृह में लड़कियों के साथ यौन शोषण हो रहा है. इसके बाद यहां की लड़कियों की चिकित्सकीय जांच के बाद 34 लड़कियों के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी.

पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को गिरफ्तार कर जांच प्रारंभ कर दी थी. इसके बाद सरकार ने पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी. अब तक इस मामले में 10 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.