logo-image

बिहार: सुशासन के राज्य में अपराधी हुए बेलगाम, 2 दिन में लगातार हुई कई हत्याएं

बिहार में कई शहरों में पिछले दो दिनों में अलग-अलग तरह से आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया गया है. बक्सर के राजपुर थाना क्षेत्र के एक युवक को अपराधियों ने दिनदहाड़े गोली मार दी.

Updated on: 02 Jan 2019, 05:50 PM

नई दिल्ली:

बिहार में नीतीश कुमार की सरकार सुशासन के लिए पहचानी जाती थी. सरकार भी अपने सुशासन का दावा किया करती थी लेकिन इसकी जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है. नए साल में दावे भी किए जा रहे थे कि राज्य में बेहतर कानून व्यवस्था से जनता का विश्वास लौटेगा लेकिन साल के दूसरे दिन ही कई आपराधिक घटनाओं घटित हो गई. नालंदा के दीपनगर में आरजेडी नेता को अपराधियों ने गोलियों से भून डाला. इस घटना का तब अंजाम दिया गया जब आरजेडी नेता इंदल पासवान अपने किसी करीबी रिश्तेदार के यहां से श्राध्द का खाना खा लौट रहे थे.

बिहार में कई शहरों में पिछले दो दिनों में अलग-अलग तरह से आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया गया है. बक्सर के राजपुर थाना क्षेत्र के एक युवक को अपराधियों ने दिनदहाड़े गोली मार दी. घटने के बाद से आरोपी फरार है. वहीं हाजीपुर के जन्दाहा थाना के रामपुर में बाइकसवार तीन अपराधियों ने स्वर्ण व्यवसायी पप्पू कुमार को गोली मारकर फरार हो गए.

पटना सिटी के खाजेकलां थाना क्षेत्र में पादरी की हवेली के पास टेम्पो चालक की गोली मारकर हत्या कर दी. साथ ही गोपालगंज में डीजे पर भोजपुरी गाना बजाने से मना करने पर संचालक पर फायरिंग कर दी. हालांकि गोली पैर में लगने से संचालक की जान बच गई.

बात करें मुजफ्फरपुर की तो यहां के अहियापुर में एक रिटायर्ड सैनिक की पीट पीटकर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा शराब माफियाओं ने इस घटना को अंजाम दिया है. वहीं आरा में पुलिस कस्टडी में एक आरोपी की पीट- पीटकर हत्या कर दी गई. आरोपी की हत्या का पुलिस पर आरोप लगा है. बताया जा रहा है कि पिछले दिनों चार नकाबपोश वर्दीधारी इस मृतक को घर से ले गए थे.

और पढ़ें: बिहार: नए साल पर वर्दीधारी का बर्बर चेहरा आया सामने, पुलिस कस्टडी में युवक की मौत

बता दें कि बिहार में बढ़ते अपराध के ग्राफ के बाद विपक्षी पार्टियों ने नीतीश कुमार के सुशासन पर सवाल खड़े कर दिए है. दूसरी तरफ सरकार इन घटनाओं से परेशान है क्योंकि 1 जनवरी को 23 आईपीएस का तबादला हुआ मगर नतीजा कुछ खास नहीं रहा.

इन घटनाओं के बाद भी बिहार सरकार कानून व्यवस्था सर्वश्रेष्ठ होने का दावा कर रही है. लेकिन सच तो ये है कि इस सरकार का इकबाल अब सवालों के घेरे में है ,लोग अब डरने लगे हैं क्योंकि अपराधी बेखौफ हैं.