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नीतीश कुमार बोले, प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण पर हो 'सार्थक' बहस

बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने एक बार फिर प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की वकालत करते हुए कहा कि इसपर देशभर में 'सार्थक' बहस शुरू होनी चाहिए।

Updated on: 18 Nov 2017, 08:43 AM

नई दिल्ली:

बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने एक बार फिर प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की वकालत करते हुए कहा कि इसपर देशभर में 'सार्थक' बहस शुरू होनी चाहिए।

पटना में एक कार्यक्रम में नीतीश ने कहा, 'प्राइवेट सेक्टर में रोजगार के अवसर कहीं ज्यादा बढ़ रहे हैं। इसलिए, इस क्षेत्र में आरक्षण लागू करने को लेकर सार्थक बहस होना जरूरी है।'

उन्होंने कहा, 'नौकरियों में आरक्षण से समाज के उपेक्षित वर्ग को समान अवसर मिलेंगे।'

एक निजी टीवी चैनल की ओर से आयोजित कार्यक्रम 'राइजिंग बिहार 2017' में मुख्यमंत्री ने आरक्षण की संवैधानिकता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'समाज के सभी वर्गों का संतुलित विकास संविधान में निहित लक्ष्य है। आरक्षण उन तरीकों में से एक है जिससे हम इस लक्ष्य को पाना चाहते हैं।'

आपको बता दें कि नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने नवंबर की शुरुआत में 'आउट सोर्सिंग' के तहत प्राप्त या प्रदान की जाने वाली सेवाओं में आरक्षण के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों कहा था कि वे पाटीदार के ही नहीं, जाट और मराठा के आरक्षण के भी पक्षधर हैं। आपको बता दें की गुजरात में पाटीदार जबकि महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर सड़कों पर आंदोलन कर चुके हैं।

बीजेपी ने राज्य सरकार के इस फैसले का विरोध किया था। बीजेपी के वरिष्ठ नेता सी पी ठाकुर ने आरक्षण का विरोध करते हुए कहा कि इसकी अभी जरूरत नहीं है।

ठाकुर ने कहा, 'आउट सोर्सिग में आरक्षण की अभी जरूरत नहीं है। पहले जो आरक्षण का प्रावधान है, उसे ठीक ढंग से लागू किया जाना चाहिए।'

तीर मिलने पर नीतीश ने क्या कहा?

निर्वाचन आयोग द्वारा नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जनता दल (युनाइटेड) को असली पार्टी बताए जाने को नीतीश ने सच्चाई की जीत बताया है। पटना में एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में भाग लेते हुए एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि यह सच्चाई की जीत है। उन्होंने कहा कि सच्चाई को बहुत दिनों तक झुठलाया नहीं जा सकता।

इस दौरान जद (यू) के अध्यक्ष नीतीश ने बिना किसी का नाम लिए पूर्व अध्यक्ष शरद यादव पर तंज कसते हुए कहा कि इस दौरान बहुत प्रचार मिला, परंतु अब निर्णय हो गया।

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