logo-image

नई नवेली कार के साथ आपकी ये 5 गलतियां पड़ सकती हैं महंगी, जानें यहां

लेकिन अगर आप पहली बार कार के मालिक बन रहे हैं तो भूलवश ही सही आप इन गलतियों को न करें नहीं तो यह आपकी जेब और कार के स्वास्थ्य पर भारी पड़ जाएगी.

Updated on: 13 Jun 2019, 07:56 AM

नई दिल्ली:

हर किसी का सपना होता है कि वह भी अपनी मन पसंद कार खरीदकर उसमें रफतार के साथ फर्राटा भरे. लेकिन अगर आप पहली बार कार के मालिक बन रहे हैं तो भूलवश ही सही आप इन गलतियों को न करें नहीं तो यह आपकी जेब और कार के स्वास्थ्य पर भारी पड़ जाएगी. दरअसल ग्राहक नई कार की खुशी में कुछ ऐसी बातों की अनदेखी कर देते हैं, जो उनके कार की लाइफ और परफॉर्मेंस पर बुरा असर डालती हैं. इससे इंधन की खपत तो ज्यादा होती ही है साथ में मैंटेनेंश कॉस्ट भी बढ़ जाता है. तो आइए जानें क्या गलतियां हम बिना सोचे कर जाते हैं अपनी नई नवेली लाडली के साथ...

यह भी पढ़ें- पहली बार Maruti Suzuki और Toyota ने साझेदारी में उतारी कार, GLANZA

पहली सर्विस-

जब कार नई होती है तो पहली सर्विस से पहले तक के समय तक हमें कार का खास ख्याल रखना चाहिए. क्योंकि इस दौरान कार का इंजन उसके सारे कल-पुर्जों से अपना तालमेल बैठा रहा होता है. यही हाल कार के इलेक्ट्रॉनिक्स आयटम का भी होता है, जो बैट्री से आने वाले फ्लों से जूझ रहे होते हैं. इस हालत में कोई भी गड़बड़ यदि आपको नजर आए तो सीधे कंपनी सर्विस स्टेशन को दिखाना चाहिए. किसी गड़बड़ को टालना महंगा पड़ सकता है.

ओवर लोडिंग-

वैसे तो कार में वजन का हमेशा ध्यान रखना चाहिए, लेकिन अगर आपकी कार नई है तब तो और भी ध्यान देने की जरुरत है. नई कार में ज्यादा लोड का सीधा असर इसके इंजन पर होता है, जिससे इसकी परफॉर्मेंस और लाइफ पर असर पड़ता है. इसलिए हमें इसका हमेशा ध्यान रखना चाहिए और इसके लिए हमे अपनी कार में रखीं फालतू की बजन वाली चीजें निकाल देनी चाहिए.

एक्सीलरेशन-

नई कार पर अचानक एक्सिलरेट करना इसके इंजन पर बुरा असर डाल सकता है. ऐसे में कार की एक्सीलरेशन का जरूर ध्यान दें. इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें की किसी भी हालात में आपकी कार का आरपीएम मीटर लाल निशान के पार न जाए, वरना ज्यादा इंधन की खपत के साथ आपके कार के इंजन की ट्यूनिंग पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता है.

टोइंग-

नई कार से भुल कर भी टोइंग न करें. इससे कार के इंजन और दूसरे फीचर्स पर बुरा असर पड़ता है. पहली सर्विस के बाद आप टोइंग का विचार अपने दिमाग में ला सकते हैं.

क्रूज कंट्रोल-

नई कार में क्रूज कंट्रोल के विचार को भूल ही जाना चाहिए. ऑटोमैटिक कार में क्रूज कंट्रोल का खास फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन मैनुअल कारों में इसका बुरा असर पड़ सकता है. दरअसल क्रूज कंट्रोल में लंबे समय तक कार की स्पीड मैंटेन करनी पड़ती है, जो इसके नए इंजन के लिए ठीक नहीं होती है.