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अशोक गहलोत के इस कार्ड की वजह से गड़बड़ हो गया सचिन पायलट का गणित

राजस्‍थान में जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस के लिए वहां के मुख्‍यमंत्री का चुनाव करना बेहद जटिल हो गया है. वहां अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमों की ओर से जोरदार लामबंदी की जा रही है.

Updated on: 13 Dec 2018, 02:42 PM

नई दिल्ली:

राजस्‍थान में जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस के लिए वहां के मुख्‍यमंत्री का चुनाव करना बेहद जटिल हो गया है. वहां अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमों की ओर से जोरदार लामबंदी की जा रही है. जयपुर में एक-दूसरे के समर्थकों ने नारेबाजी कर माहौल को और गरमा दिया. पायलट खेमे के लोग सचिन पायलट को मुख्‍यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं तो गहलोत खेमा भी टस से मस होने के मूड में नहीं दिख रहा है. अंतिम फैसला आलाकमान को करना है. इस बीच अशोक गहलोत ने बड़ा दांव खेल दिया है. कई निर्दलीय विधायकों का कहना है कि अशोक गहलोत के मुख्‍यमंत्री बनने पर ही वे कांग्रेस का साथ देंगे.

इससे पहले गुरुवार दोपहर में अशोक गहलोत नई दिल्‍ली स्‍थित राहुल गांधी के आवास पर पहुंचे. राहुल गांधी और सचिन पायलट वहां पहले से मौजूद थे. तीनों के बीच राज्‍य की राजनीति के बारे में चर्चा हुई. बताया जा रहा है कि इस दौरान अशोक गहलोत ने जयपुर में पायलट समर्थकों की नारेबाजी की शिकायत भी राहुल गांधी से की. इस दौरान सचिन पायलट भी गहलोत समर्थकों की नारेबाजी पर ऐतराज जताया. चर्चा के बाद अशोक गहलोत और सचिन पायलट जयपुर के लिए रवाना हो गए हैं. राहुल गांधी के आवास से निकलते समय दोनों ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की.

दूसरी ओर, अशोक गहलोत ने बड़ा दांव खेलते हुए भारी संख्‍या में निर्दलीय विधायकों को अपने पाले में कर लिया है. कई निर्दलीय विधायकों ने बयान दिया है कि अशोक गहलोत के मुख्‍यमंत्री बनने पर ही वे कांग्रेस का सा देंगे. इन विधायकों में महादेव सिंह, रमिला खड़िया, आलोक बेनीवाल, रामकेश मीना, बाबूलाल नागर, लक्ष्मण मीणा, खुशवीर जोधावास, राजकुमार गौर, कांति मीणा आदि शामिल हैं.