सचिन पायलट होंगे राजस्थान के डिप्टी सीएम, प्रदेशाध्यक्ष भी बने रहेंगे, राहुल ने ट्वीट की यह तस्वीर
लगता है कि राजस्थान में मामला सुलझ गया है और 4 बजे इस बारे में घोषणा की जा सकती है. इस बीच राहुल गांधी ने एक तस्वीर पोस्ट की है, जिसमें वो बीच में दिख रहे हैं और उनके दोनों ओर अशोक गहलोत और सचिन पायलट खड़े हैं.
नई दिल्ली:
विधानसभा चुनाव के बाद राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर मामला पेंचीदा हो गया है. हालांकि लगता है कि राजस्थान में मामला सुलझ गया है और 4 बजे इस बारे में घोषणा की जा सकती है. इस बीच राहुल गांधी ने एक तस्वीर पोस्ट की है, जिसमें वो बीच में दिख रहे हैं और उनके दोनों ओर अशोक गहलोत और सचिन पायलट खड़े हैं. उसमें राहुल गांधी ने लिखा है - The United Colours of Rajasthan. माना जा रहा है कि अशोक गहलोत के नाम पर सचिन पायलट मान गए हैं. उन्हें डिप्टी सीएम का पद दिया जा सकता है. माना जा रहा है कि वे प्रदेशाध्यक्ष पद पर भी बने रहेंगे
Sources: Sachin Pilot to be the Deputy Chief Minister of Rajasthan. He will also continue to be the Rajasthan Congress Chief. https://t.co/pouOSawiIq
— ANI (@ANI) December 14, 2018
The united colours of Rajasthan! pic.twitter.com/D1mjKaaBsa
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 14, 2018
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की पहली पसंद बनकर उभरे हैं. माना जा रहा है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने इस पद के लिए अप्रत्यक्ष रूप से अपनी दावेदारी छोड़ दी है. मामला तब स्पष्ट हो गया, जब दिल्ली में ठहरे पायलट ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से शांति बरतने की अपील की और कहा कि वह पार्टी द्वारा लिए किसी भी निर्णय का 'स्वागत' करेंगे.
पायलट ने ट्विटर पर अपील की, जिसके बाद यह रिपोर्ट सामने आई कि वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत को पार्टी नेतृत्व ने मुख्यमंत्री पद के लिए चुन लिया है. पायलट के समर्थक जबकि मांग कर रहे हैं कि उन्हें हीं मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए.
दो बार के मुख्यमंत्री गहलोत के नाम की घोषणा पार्टी की ओर से किए जाने की उम्मीद है. माना जा रहा है कि सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को 'अनुभव' पर भरोसा करने के लिए कहा है, क्योंकि यहां जीत काफी कम अंतर से मिली है और एक मंजा हुआ राजनेता ही उस स्थिति से अच्छी तरह निपट सकता है. सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को बीएसपी और निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी, जिन्होंने 13 सीटें जीती हैं. इनमें से ज्यादातर कांग्रेस के बागी हैं.