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यूपी चुनाव: सपा-कांग्रेस गठबंधन ने फूंका चुनावी बिगुल, अखिलेश ने कहा, 'हाथ' का साथ मिलने से और तेज चलेगी 'साइकिल'

लखनऊ के होटल ताज में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस का यह गठबंधन राज्य को विकास और खुशहाली के रास्ते पर ले जाएगा।

Updated on: 29 Jan 2017, 04:42 PM

highlights

  • एक सुर में बोले राहुल और अखिलेश, ये दिलों का गठबंधन है
  • गठबंधन राज्य को विकास और खुशहाली के रास्ते पर ले जाएगा

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर अखिलेश यादव ने रविवार को लखनऊ में राहुल गांधी के साथ मिलकर संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और कहा कि 'हाथ' का साथ मिलने से साइकिल की रफ्तार और बढ़ेगी। अखिलेश ने साझा प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पीएम मोदी पर भी हमला बोला।

सपा सरकार के नारे 'काम बोलता है' को लेकर जब मीडिया ने उनसे सवाल पूछा कि राज्य में काम के बाद भी आखिर कांग्रेस के साथ गठबंधन की जरूरत क्यों पड़ी तो इस सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा, 'अच्छा है कि मीडिया को भी यह लग रहा है कि सरकार का काम बोल रहा है। मैं कहना चाहता हूं कि काम के दम पर जीत की पूरी गारंटी थी, लेकिन 'हाथ' का साथ मिलने के बाद अब यह और मजबूत होकर निकलेगा।'

लखनऊ के होटल ताज में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस का यह गठबंधन राज्य को विकास और खुशहाली के रास्ते पर ले जाएगा।

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अखिलेश ने कहा, 'हम राहुल के साथ लोकसभा में भी काम कर चुके हैं और कई मौकों पर हमारी मुलाकात भी होती रहती है। हम दोनों एक साथ मिले हैं और गठबंधन बना है तो अब हम दोनों की जिम्मेदारी है कि उत्तर प्रदेश को खुशहाली के रास्ते पर लेकर आगे जाएं।'

अखिलेश ने कहा, 'आबादी के हिसाब से यूपी बहुत बड़ा राज्य है। यूपी ने कई प्रधानमंत्री दिए हैं। हमें उम्मीद है कि इस गठबंधन के बाद हम यूपी में 300 से अधिक सीटें जीतेंगे। जो लोग बंटवारे की राजनीति करते हैं, उनके खिलाफ यह गठबंधन काफी कारगर साबित होगा।'

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प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पीएम मोदी पर बिना नाम लिए हमला बोलते हुए कहा कि जिन्होंने लोगों को अच्छे दिन के सपने दिखाए थे, आज वे यह नहीं बताते कि अच्छे दिन कहां हैं। नोटबंदी के नाम पर लोगों को लाइन में खड़ा कर दिया गया। अब यही जनता लाइन में लगकर अपना हिसाब चुकता करेगी।

हालांकि मीडिया के उस सवाल को टाल गए जिसमें उनसे पूछा गया कि जिस तरह से कांग्रेस विधानसभा चुनाव 2017 में उन्हें मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर स्वीकार कर रही है, तो क्या लोकसभा चुनाव 2019 में वह राहुल को बतौर प्रधानमंत्री उम्मीदवार अपना समर्थन देंगे?

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उन्होंने कहा, 'अभी यह गठबंधन विधानसभा चुनाव के लिए बना है। लोकसभा की बात करना अभी जल्दबाजी होगी।'

(आईएएनएस इनपुट के साथ)