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शिवसेना को बड़ा झटका, शरद पवार ने लिया विपक्ष में बैठने का फैसला

शरद पवार का ये फैसला ऐसे समय में सामने आया है जब हाल ही में शिवसेना नेता संज राउत ने शरद पवार से मुलाकात की थी

Updated on: 02 Nov 2019, 07:46 AM

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में सत्ता को लेकर जारी घमासान के बीच बीजेपी शिवसेना दोनों की निगाहैं इस वक्त एनसीपी पर टिकीं हुई है. लेकिन अब एनसीपी चीफ शरद पवार ने भी साफ कर दिया है कि वे बीजेपी या शिवसेना, किसी को भी समर्थन देने के मूड में नहीं है और विपक्ष में ही बैठेंगे. बता दें, शरद पवार का ये फैसला ऐसे समय में सामने आया है जब हाल ही में शिवसेना नेता संज राउत ने शरद पवार से मुलाकात की थी और इस मुलाकात के बाद उन्हें इतना आत्मविश्वास हो गया था कि उन्होंने यहां तक कह दिया था कि इस बार मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा.

वहीं इस मुलाकात पर भी शरद पावर का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि राउत मुझसे मिले थे, लेकिन शिवसेना के बारे में कोई बात नहीं हुई.

वहीं दूसरी तरफ शिवसेना को समर्थन देने पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से शुक्रवार को मुलाकात की. मुलाकात के बाद नेताओं की राय शिवसेना को समर्थन देने को लेकर बंटी नजर आई. काफी देर चली मीटिंग के बाद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हमने सिर्फ आज की पॉलीटिकल सिचुएशन के बारे में मैडम को बताया है. हालांकि, उन्होंने शिवसेना को समर्थन देने पर कोई टिप्पणी नहीं की. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस विपक्ष में बैठने के लिए तैयार है. इससे स्पष्ट है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस जोड़तोड़ के दम पर सरकार नहीं बनाएगी और विपक्ष में ही बैठना उचित समझ रही है.

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बता दें. कांग्रेस-एनसीपी के इस फैसले से शिवसेना को तगड़ा झटका लगा है. राज्य में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर बीजेपी से जारी खींचतान के बीच शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस की ओर देख रही थी. शिवसेना को उम्मीद थी कि वह एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से सरकार बना लेगी. लेकिन अब जब एनसीपी ने साफ कर दिया है कि वो विपश्र में ही बैठेगी तो शिवसेना की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है.

शिवसेना बार-बार बीजेपी को 50-50 फॉर्मूले की याद दिलाई रही है और बीजेपी इसपर राजी नहीं है. वहीं शिवसेना भी पीछे नहीं हट रही है और लगातार बयानबाजी कर रही है. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा. इसके अलावा उन्होंने ट्वीट के जरिए भी बिना नाम लिए बीजेपी पर निशाना साधा. संजय राउत का ये बयान तब आया है जब गुरुवार को उन्होंने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की थी.

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महाराष्ट्र में ये है सीटों का गणित

288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत के लिए 145 सीट चाहिए. शिवसेना के 56 और एनसीपी के 54 विधायक हैं. ये कुल 110 विधायक ही होते हैं जो बहुमत के मैजिक नंबर से 35 कम है. ऐसे में उन्हें कांग्रेस के 44 विधायकों के समर्थन की जरूरत होती है, लेकिन अब जब कांग्रेस विपक्ष में बैठने को तैयार है तो शिवसेना के लिए बिना बीजेपी के सरकार बनाना बेहद मुश्किल होगा.

वहीं, विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली बीजेपी सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त है. बीजेपी ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम को बुक कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने स्टेडियम को 5 नवंबर के लिए बुक किया है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) से इजाजत के बाद स्टेडियम शपथ ग्रहण के लिए बीजेपी को मिल सकेगा.