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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 144 सीटें नहीं मिली तो बीजेपी से गठबंधन नहीं-शिवसेना

शिवसेना (Shivsena), कांग्रेस (Congress) और एनसीपी (NCP) नेताओं को बीजेपी में शामिल करने और राम मन्दिर (Ram Mandir) के मुद्दे पर अपनी बात मनवाना चाह रही है.

Updated on: 19 Sep 2019, 12:01 PM

highlights

  • महाराष्ट्र (Maharashtra) में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) बेहद करीब हैं. 
  • सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी-शिवसेना में हो रही है खींचतान.
  • शिवसेना के सुझाए इस समीकरण को BJP स्वीकार नहीं कर रही है. 

नई दिल्ली:

Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र (Maharashtra) में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) बेहद करीब हैं. ऐसे में सभी पार्टियां सीटों के बंटवारे जैसे बड़े मुद्दे पहले ही सुलझा लेना चाहती हैं ताकि बाद में दिक्कत न हो. लेकिन, बीजेपी (BJP) और शिवसेना (Shiv Sena) के बीच सीट बंटवारे को लेकर जारी मतभेद अब जग जाहिर हो गया हैं.

जहां एक तरफ बीजेपी लोकसभा चुनाव में वोट में हिस्सेदारी बढ़ने का लॉजिक दे रही है, वहीं शिवसेना (Shivsena), कांग्रेस (Congress) और एनसीपी (NCP) नेताओं को बीजेपी में शामिल करने और राम मन्दिर (Ram Mandir) के मुद्दे पर अपनी बात मनवाना चाह रही है.

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बीजेपी और शिवसेना में सीटों के बंटवारे को लेकर इस मुद्दे पर तनाव है कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना 144 सीटों पर अपने उम्‍मीदवार उतारना चाहती है. साथ ही शिवसेना यह भी चाहती है कि बीजेपी भी इतनी ही सीटों पर चुनाव लड़े. बीजेपी की सहयोगी पार्टी बाकी की 18 सीटें सहयोगी पार्टियों को देने की बात कह रही है.

लेकिन शिवसेना के सुझाए इस समीकरण को BJP स्वीकार नहीं कर रही है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, बीजेपी, शिवसेना को 120 से ज्यादा सीटें नहीं देना चाहती है. बताया जाता है कि इसी साल फरवरी में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और उद्धव ठाकरे के बीच हुई एक बैठक में Assembly Elections में बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने की बात पर सहमति बनी गई थी.

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शिवसेना राम मन्दिर (Ram Mandir) बनाने की मांग और Congress-NCP के नेताओं को पार्टी में शामिल करने जैसे मुद्दों को लेकर BJP को आ़़ड़े हाथों ले रही है. लेकिन, बीजेपी इस मामले में यह कहकर अपना बचाव कर रही है कि शिवसेना सीटों पर मोलभाव को लेकर यह दाव खेल रही है.