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बाल ठाकरे ने किया था इमरजेंसी का समर्थन तो कांग्रेस नेता शिवसेना के जलसे में शामिल हुए थे, 5 बड़ी बातें

शिवसेना के तत्‍कालीन प्रमुख बालासाहब ठाकरे ने इमरजेंसी का समर्थन किया था तो शिवसेना ने कांग्रेस की ओर से राष्‍ट्रपति पद की उम्‍मीदवार प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का समर्थन किया था.

Updated on: 28 Nov 2019, 02:42 PM

नई दिल्‍ली:

महाराष्‍ट्र में आज उद्धव ठाकरे के नेतृत्‍व में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की संयुक्‍त सरकार बनने जा रही है. शिवसेना और कांग्रेस के एक साथ आने से राजनीतिक विश्‍लेषक भी भौंचक हैं. एक पार्टी अति उग्र हिन्‍दुत्‍ववादी तो दूसरी खुद मध्‍यमार्गी और धर्मनिरपेक्ष दल होने का दावा करती है. हालांकि यह दीगर है कि इससे पहले भी कई बार दोनों दल एक-दूसरे के करीब आए थे. शिवसेना के तत्‍कालीन प्रमुख बालासाहब ठाकरे ने इमरजेंसी का समर्थन किया था तो शिवसेना ने कांग्रेस की ओर से राष्‍ट्रपति पद की उम्‍मीदवार प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का समर्थन किया था. इसके अलावा प्रणब मुखर्जी जब राष्‍ट्रपति का चुनाव लड़ रहे थे तब भी शिवसेना ने कांग्रेस का साथ दिया था.

  1. 2007 के राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना ने कांग्रेस उम्मीदवार प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का समर्थन किया था, 2012 के राष्ट्रपति चुनाव में बाल ठाकरे ने प्रणब मुखर्जी का समर्थन किया था.
  2. वैभव पुरंदरे की किताब 'बाल ठाकरे एंड द राइज ऑफ शिवसेना' के अनुसार, शिवसेना की पहली चुनावी रैली में उस समय के बड़े कांग्रेस नेता रहे रामाराव अदिक भी शामिल हुए थे. रामाराव और ठाकरे पुराने दोस्त थे. किताब के मुताबिक, ठाकरे ने उस समय कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन पर कहा भी था कि हम कम्युनिस्टों को हराने के लिए साथ आ रहे हैं. दूसरी किताबों में भी इसका जिक्र है.
  3. बाल ठाकरे के शरद पवार से भी बेहद अच्छे रिश्ते थे, शिव सेना ने सुप्रिया सुले के खिलाफ कभी उम्मीदवार नहीं खड़ा किया था.
  4. शरद पवार कांग्रेस से बगावत कर चुके हैं. पहली बार शरद पवार ने 1978 में कांग्रेस से बगावत किया था. 1999 में शरद पवार ने दूसरी बार कांग्रेस से बगावत का झंडा बुलंद किया था.
  5. शिवसेना के पूर्व प्रमुख बालासाहब ठाकरे ने कांग्रेस की इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल का समर्थन किया था.