अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाने को शरद पवार राजी पर आज नहीं ले पाएंगे शपथ
Maharashtra me Thackerey Raj : अंत में तय हुआ कि डिप्टी सीएम अजित पवार ही बनेंगे, लेकिन आज गुरुवार को वे शपथ नहीं ले पाएंगे. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आज वे शपथ क्यों नहीं लेंगे.
नई दिल्ली:
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की महाविकास अघाड़ी की सरकार आज शपथ लेने जा रही है, लेकिन एनसीपी में शुरू हुई कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. ऐसे समय जब गुरुवार को सरकार कमान संभालने वाली है और एनसीपी की ओर से जयंत पाटिल और छगन भुजबल में से किसी एक को डिप्टी सीएम बनाने की बात चल रही थी, अजित पवार और उनका खेमा इसके लिए अड़ गया. बुधवार देर रात से लेकर गुरुवार सुबह तक अजित पवार को मनाने की कोशिश की गई. अंत में तय हुआ कि डिप्टी सीएम अजित पवार ही बनेंगे, लेकिन आज गुरुवार को वे शपथ नहीं ले पाएंगे. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आज वे शपथ क्यों नहीं लेंगे.
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दरअसल, शरद पवार 23 नवंबर के बाद के घटनाक्रम से अजित पवार को लेकर असहज हैं. इसलिए वो उन्हें सबक सिखाना चाहते हैं. दूसरी ओर, अजित पवार हर हाल में हारी हुई बाजी जीतना चाहते हैं. इसी कारण शरद पवार और अजित पवार के बीच खींचतान की बात सामने आ रही है.
हालांकि अब यह बात साफ हो गई है कि तमाम जद्दोजहद के बाद शरद पवार डिप्टी सीएम का पद अजित पवार को देने को राजी हो गए हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि वे आज शपथ नहीं ले पाएंगे. इससे पहले शरद पवार खेमे से खबर आई थी कि डिप्टी सीएम का पद प्रदेशाध्यक्ष और विधायक दल के नए नेता जयंत पाटिल को या फिर छगन भुजबल को दिया जा सकता है. इसी के बाद से अजित पवार का खेमा सक्रिय हो गया और अजीत पवार को डिप्टी सीएम बनाने की मांग तेज हो गई.
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अजित पवार ने 23 नवंबर को अप्रत्याशित कदम उठाते हुए एनसीपी और शरद पवार को बड़ा झटका दिया था, जब उन्होंने देवेंद्र फडणवीस सरकार में डिप्टी सीएम पद की कुर्सी हथिया ली थी. कहा तो यह भी जा रहा है कि 23 नवंबर से पहले जब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार बनने की संभावना प्रबल हो गई थी, तब भी शरद पवार इस पक्ष में नहीं थे कि अजित पवार को डिप्टी सीएम का पद दिया जाए. शायद इसी के चलते अजित पवार ने बगावत की थी और बीजेपी से जा मिले थे.
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