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शपथ ग्रहण से पहले अजित पवार के लापता होने की खबर, मोबाइल फोन भी बंद

महाराष्‍ट्र (Maharashtra) में उद्धव ठाकरे (Udhav Thackerey) के नेतृत्‍व में बनने वाली नई सरकार के शपथ ग्रहण (Oath Ceremony) से पहले अजित पवार (Ajit Pawar) के लापता होने की खबर है.

Updated on: 28 Nov 2019, 02:24 PM

नई दिल्‍ली:

महाराष्‍ट्र (Maharashtra) में उद्धव ठाकरे (Udhav Thackerey) के नेतृत्‍व में बनने वाली नई सरकार के शपथ ग्रहण (Oath Ceremony) से पहले अजित पवार (Ajit Pawar) के लापता होने की खबर है. बताया जा रहा है कि उनका मोबाइल (Mobile) फोन भी बंद जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अजित पवार के लापता होने के बाद शरद पवार और एनसीपी नेताओं के होश एक बार फिर फाख्‍ता हो गए हैं. फिलहाल एनसीपी का कोई नेता यह बताने की स्‍थिति में नहीं है कि आखिरकार अजित पवार कहां हैं. हालांकि आधिकारिक रूप से एनसीपी के एक नेता ने बताया कि वो लापता नहीं हुए हैं. उन्होंने मोबाइल इसलिए बंद किया है क्योंकि लोग उन्हें बार-बार फोन करके परेशान कर रहे थे. पार्टी की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि अजित पवार शपथ ग्रहण समारोह में जरूर पहुंचेंगे.

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उद्धव ठाकरे की सरकार में अजित पवार को क्‍या जिम्‍मेदारी दी जाएगी, इसकी तस्‍वीर अब तक साफ नहीं हो पाई है. एनसीपी ने इसका फैसला शरद पवार पर छोड़ दिया है. विधायक दल के नेता जयंत पाटिल ने भी कहा है कि शरद पवार ही अजीत पवार को लेकर फैसला करेंगे. दूसरी ओर, अजित पवार नई सरकार में डिप्‍टी सीएम पद मांग रहे हैं. शुरुआत में शरद पवार भतीजे को डिप्‍टी सीएम बनाने के मूड में नहीं थे, लेकिन बुधवार देर रात के बाद से अजित पवार के समर्थकों का दबाव बढ़ने के बाद शायद वे राजी हो गए हैं, लेकिन अब भी तस्‍वीर पूरी तरह साफ नहीं है.

अजित पवार ने एक दिन पहले पत्रकारों से कहा था, मैं एनसीपी में ही रहूंगा. इस बारे में भ्रम 'पैदा करने' की जरूरत नहीं है. अभी मेरे पास कहने को कुछ नहीं है. सही समय आने पर मैं बोलूंगा. मैं पहले भी एनसीपी में था और अब भी एनसीपी रहूंगा.

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अजित पवार ने 23 नवंबर को अप्रत्‍याशित कदम उठाते हुए एनसीपी और शरद पवार को बड़ा झटका दिया था. उन्‍होंने देवेंद्र फडणवीस सरकार में डिप्‍टी सीएम पद की शपथ ले ली थी. उसके बाद एनसीपी में अफरातफरी के हालात हो गए थे, लेकिन शरद पवार ने बहुत शानदार ढंग से डैमेज कंट्रोल किया और अंतत: अजित पवार को इस्‍तीफा देना पड़ा था.