कर्नाटक चुनाव: नतीजा आने से पहले बोले सिद्धारमैया, दलित के लिए सीएम पद छोड़ने को तैयार
माना जा रहा है कि जेडी(एस) सिद्धारमैया के नाम पर कांग्रेस को समर्थन नहीं देगी, ऐसे में इस बयान के बाद संभव है कि वो कांग्रेस के साथ आने को तैयार हो जाए।
नई दिल्ली:
कर्नाटक चुनाव के नतीजे 15 मई को आने हैं लेकिन उससे पहले ही सियासी समीकरण बैठाने की कोशिश तेज़ होने लगी है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कांग्रेस और जेडी(एस) को साथ लाने के लिए रास्ता खोलते हुए कहा कि यदि कांग्रेस हाईकमान किसी दलित नेता को सीएम पद पर बिठाना चाहते हैं तो वह ख़ुशी- ख़ुशी अपना पद छोड़ने को तैयार हैं।
माना जा रहा है कि जेडी(एस) सिद्धारमैया के नाम पर कांग्रेस को समर्थन नहीं देगी, ऐसे में इस बयान के बाद संभव है कि वो कांग्रेस के साथ आने को तैयार हो जाए।
'टीवी 9' कन्नड़ की रिपोर्ट के मुताबिक सिद्धारमैया ने कहा, 'मैं किसी दलित के लिए सीएम पद का त्याग करने के लिए तैयार हूं।'
हालांकि कर्नाटक चुनाव को लेकर चल रहे एग्ज़िट पोल पर कांग्रेस की तरफ से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कुछ देर पहले ही कहा गया कि उनकी पार्टी को राज्य में स्पष्ट बहुमत मिलने वाली है।
दिल्ली स्थित मुख्यालय में कांग्रेस ने कहा, 'मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि राज्य में त्रिशंकु जैसी कोई स्थिति नहीं बनने जा रही है। मेरा एग्ज़िट पोल पर कोई भरोसा नहीं है चाहे वो कांग्रेस के पक्ष में हो या विरोध में।'
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ऐसे में सिद्धारमैया का यह बयान बताता है कि पार्टी भले ही जो दावे करे लेकिन स्थिति कुछ और ही है।
राजनीतिक जानकार बताते हैं कि अगर गठबंधन की स्थिति बनती है तो कांग्रेस पार्टी चाहेगी कि वो कोई दलित सीएम उम्मीदवार सामने खड़ा कर समर्थन हासिल करे। ऐसे में सिद्धारमैया का यह बयान गठबंधन के माहौल को पहले से तैयार करने कोशिश दिखती है।
गौरतलब है कि मतदान के बाद आए ज्यादातर एग्जिट पोल्स में किसी भी दल को बहुमत न मिलने का अनुमान लगाया गया है। ऐसी स्थिति में जनता दल सेकुलर के नेता एचडी देवगौड़ा किंगमेकर के तौर पर उभर सकते हैं।
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