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झारखंड को ‘डबल इंजन’ की सरकार का फायदा मिल रहा है : मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हर गरीब परिवार को केंद्र सरकार पक्का मकान दे रही है और जिनको अभी नहीं मिला है उनको वह विश्वास दिलाते हैं कि काम तेजी से चल रहा है और 2022 तक देश में प्रत्येक गरीब के पास अपना मकान होगा.

Updated on: 26 Nov 2019, 05:00 AM

डालटनगंज:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यहां कहा कि केंद्र और राज्य में एक पार्टी की सरकार रहने से विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ जाती है और यही वजह है कि दिल्ली तथा रांची में भाजपा की सरकार होने से झारखंड को “डबल इंजन की सरकार” का फायदा मिला है. इसके साथ ही उन्होंने झारखंड में विधानसभा चुनावों में अपने प्रचार का आगाज करते हुए लोगों से एक बार फिर भाजपा सरकार बनाने की अपील की. उन्होंने उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां गैर भाजपा सरकारों ने गरीबों के कल्याण कार्यों में बाधा डाली और भारत सरकार के दबाव डालने पर भी पक्के मकान बनाने के लिए योग्य गरीबों की लिस्ट नहीं बनाई.

मोदी कहा, ‘‘अगर सरकारें बदलती हैं तो क्या बदलाव होता है, यह मैं आपको बताना चाहता हूं. उत्तर प्रदेश में पहले दूसरे दल की सरकार थी. भारत सरकार गरीबों के घर बनाने के लिए दबाव डाल रही थी... जब तक पुरानी सरकार रही भारत सरकार ने पैसे दिये, दबाव डाला, लेकिन घर बनाने का काम नहीं हो पाया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में जैसे ही योगी जी की सरकार आयी और हमारे मंत्री महोदय काम पर लग गये, तो आज पूरे देश में सबसे ज्यादा गरीबों के घर बनाने का काम उत्तर प्रदेश सरकार कर रही है.’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हर गरीब परिवार को केंद्र सरकार पक्का मकान दे रही है और जिनको अभी नहीं मिला है उनको वह विश्वास दिलाते हैं कि काम तेजी से चल रहा है और 2022 तक देश में प्रत्येक गरीब के पास अपना मकान होगा. उन्होंने दावा किया, ‘‘हम इसीलिए आज झारखंड में भी गरीबों के अधिकाधिक घर बनाने के लिए काम कर पा रहे हैं क्योंकि आपने यहां भाजपा की सरकार बनायी है. कोई और आएगा तो उनको इन चीजों की परवाह नहीं होगी.”

जनकल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार हर गरीब परिवार को आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है. अब तक झारखंड के पौने दो लाख गरीब मरीजों को इसका लाभ मिल भी चुका है. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत की स्वास्थ्य बीमा योजना का प्रारंभ झारखंड से ही किया गया था.