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Delhi Assembly Election 2020: अरविंद केजरीवाल के सामने कांग्रेस का कौन? अलका लांबा या लतिका दीक्षित

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Election 2020) की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है.

Updated on: 16 Jan 2020, 10:22 AM

highlights

  • दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Election 2020) की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है.
  • सारी राजनीतिक पार्टियां अब समीकरण बिठाने में लग गई हैं.
  •  दिल्ली चुनाव (Delhi Election) में सबसे बड़ी बात ये है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने आखिर खड़ा कौन होगा?

नई दिल्ली:

Delhi Assembly Election 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Election 2020) की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. सारी राजनीतिक पार्टियां अब समीकरण बिठाने में लग गई हैं. दिल्ली चुनाव (Delhi Election) में सबसे बड़ी बात ये है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने आखिर खड़ा कौन होगा? इस बात पर चर्चाओं का दौर जारी है. कुछ का कहना है कि अरविंद केजरीवाल के सामने शीला दीक्षित की बेटी लतिका को खड़ा किया जा सकता है, वहीं एक चर्चा के अनुसार, ये भी कहा जा रहा है कि नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल के सामने अलका लांबा को भी खड़ा किया जा सकता है. हालांकि सारी बातें अगले दो दिनों में साफ होने की संभावना जताई जा रही है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक नई दिल्ली की सीट पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अजेय ही रहे हैं. दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित 2013 में केजरीवाल के सामने हार का सामना कर चुकी हैं. इसके बाद साल 2015 के चुनाव में कांग्रेस ने पूर्व मंत्री किरण वालिया को अपना उम्मीदवार बनाया था, वो भी केजरीवाल को टक्कर नहीं दे पाईं। इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस इस सीट को काफी गंभीरता से ले रही हैं। सूत्रों का कहना है कि इस सीट से लतिका के नाम की चर्चा की वजह शीला दीक्षित की बेटी होने के नाते उनके 15 साल के काम का भी कांग्रेस अपने फायदे में भुनाना चाहती है।

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पार्टी को उम्मीद है कि इससे न केवल जनता में एक संदेश जाएगा बल्कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी जोश भरेगा। पार्टी को उम्मीद है कि लतिका को शीला दीक्षित के प्रति सहानुभूति रखने वाले मतदाताओं का भी वोट मिल सकता है।

प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि उम्मीदवारों के नाम तय करने की प्रक्रिया चल रही है। अब यह लास्ट स्टेज में है। उन्होंने कहा कि तमाम सीटों की तरह नई दिल्ली सीट पर भी गंभीरता से कई नामों पर विचार चल रहा है।

वहीं पार्टी सूत्रों के का कहना है कि कुछ सीटों पर पेंच फंसा हुआ है, इसलिए देरी हो रही है। लेकिन गुरुवार को कांग्रेस की पहली लिस्ट आ सकती है, जिसमें से लगभग 50 सीटों के उम्मीदवार के नामों की घोषणा की जा सकती है।

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मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ इस सीट पर कांग्रेस को दो-दो बार बुरी हार का सामना करना पड़ा है। पहले मुख्यमंत्री शीला दीक्षित साल 2013 के चुनाव में केजरीवाल के खिलाफ लड़ी थीं, जिसमें उनकी बड़ी हार हुई थी।