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Chhattisgarh election: दूसरे चरण के रण में इन मंत्रियों की प्रतिष्‍ठा दांव पर, कई सीटों पर जोगी का प्रभाव

पिछले चुनाव में रायपुर संभाग की 20 सीटों में से 15 पर बीजेपी ने कब्ज़ा जमाया था.केवल चार सीटें ही कांग्रेस के हिस्से आयीं.

Updated on: 18 Nov 2018, 12:57 PM

नई दिल्ली:

छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए जिन 72 सीटों के लिए 20 नवम्बर को वोट डाले जाएंगे उनमें 13 मंत्रियों की किस्मत दांव पर है. पहले चरण में 12 नवम्बर को वोट डाले गए थे. नक्सल प्रभावित 18 सीटों पर हुए पहले चरण के मतदान में गनतंत्र पर गणतंत्र की जीत हुई थी. नक्सलियों के हमले और उनकी चुनाव बहिष्कार की धमकियों के बावजूद जीत जनता की हुई और रिकॉर्ड मतदान हुआ. दूसरे चरण की 72 सीटों में से इस समय 43 सीटें बीजेपी के कब्जे में है जबकि 27 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. पिछले चुनाव में रायपुर संभाग की 20 सीटों में से 15 पर बीजेपी ने कब्ज़ा जमाया था.केवल चार सीटें ही कांग्रेस के हिस्से आयीं. एक सीट अन्य के खाते में गई. इस चरण में 9 मंत्रियों की प्रतिष्‍ठा दांव पर है.

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रायपुर संभाग की तरह बिलासपुर संभाग में बीजेपी का दबदबा नहीं रहा. यहाँ कांग्रेस ने उसे कांटे की टक्कर देते हुए 11 सीटों पर कब्ज़ा जमाया जबकि बीजेपी को मिली 12 सीट. एक सीट पर बसपा ने लब्जा जमाया. सरगुजा संभाग में बीजेपी और कांग्रेस का मुकाबला टाई रहा. कुल 14 सीटों में से दोनों दलों के हिस्से में 7-7 सीटें आईं. लेकिन दुर्ग संभाग में बीजेपी का पलड़ा भारी रहा और यहां की कुल 12 सीटों में से 9 पर उसे विजयश्री हासिल हुई.

इन मंत्रियों को मिल रही चुनौती

  • रायपुर पश्चिम: PWD मंत्री राजेश मूणत के सामने कांग्रेस के विकास उपाध्याय चुनाव मैदान में हैं.
  • बिलासपुर: मंत्री अमर अग्रवाल के मुकाबले कांग्रेस से शैलेष पांडेय चुनाव मैदान में हैं.
  • रायपुर दक्षिण: मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के सामने कांग्रेस से कन्हैया अग्रवाल ताल ठोंक रहे हैं.

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  • प्रतापपुर: गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के खिलाफ उनके परंपरागत प्रतिद्वंद्वी प्रेमसाय सिंह चुनाव मैदान में हैं.
  • मुंगेली: मंत्री पुन्नूलाल मोहले, कांग्रेस के राकेश पात्रे, जनता कांग्रेस के चंद्रभान बारमते के बीच इस बार कड़ा मुकाबला है.
  • कुरुद: मंत्री अजय चंद्राकर के खिलाफ लक्ष्मीकांता साहू कांग्रेस के उम्‍मीदवार हैं.
  • भिलाईनगर: मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय के सामने कांग्रेस से महापौर देवेंद्र यादव ताल ठोंक रहे हैं.
  • बैकुंठपुर: मंत्री भैयालाल राजवाड़े के खिलाफ कांग्रेस से अंबिका सिंहदेव चुनाव मैदान में हैं.

इन सीटों पर है नाक की लड़ाई

  • इस चरण में सबसे ज्यादा प्रतिष्ठित सीट अंबिकापुर है. यहां नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंह देव का मुकाबला बीजेपी के अनुराग सिंह देव के साथ है. अनुराग सिंह देव जहां तीसरी बार टीएस बाबा को चुनौती दे रहे हैं वहीं सरगुजा के राजा इस बार मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार भी हैं.
  • दूसरी प्रतिष्ठित सीट पाटन है जहां से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल चुनाव मैदान में हैं. यहाँ बघेल के मुकाबले बीजेपी ने मोतीलाल साहू को अपना उम्मीदवार बनाया है.वहीं कसडोल में विधानसभा के स्पीकर गौरीशंकर का मुकाबला कांग्रेस की शकुंतला साहू से हैं

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  • वहीं मरवाही सीट पर अजीत जोगी, बीजेपी की अर्चना पोर्ते और कांग्रेस के गुलाब सिंह राज के बीच मुकाबला है. वहीं कोटा में विधायक रेणु जोगी जनता कांग्रेस से ताल ठोंक रही हैं. यहां कांग्रेस से विभोर सिंह और बीजेपी से काशी साहू चुनाव मैदान में हैं.
  • खरसिया से स्व. नंदकुमार पटेल के बेटे उमेश पटेल के मुकाबले पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी चुनाव मैदान में है तो वहीं बिल्हा से दो कौशिक चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी से धरमलाल कौशिक और जोगी कांग्रेस से सियाराम कौशिक मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. कांग्रेस ने राजेंद्र शुक्ला मैदान में हैं.
  • अकलतरा से जोगी की बहू ऋचा जोगी बसपा से हैं जबिक बीजेपी से सौरभ सिंह और कांग्रेस से चुन्नी साहू चुनाव मैदान में हैं.

गठबंधन बिगाड़ सकता है खेल

इस चरण की 22 सीटें ऐसी हैं जिनपर अनुसूचित जाति के वोटरों का प्रभाव है. अगर अजीत जोगी और बसपा सुप्रीमों मायावती का जादू चला तो बीजेपी-कांग्रेस का खेल ख़राब हो सकता है. अजीत जोगी इस समय राज्य में आदिवासियों के मुद्दे जोरशोर से उठा रहे हैं. वही अनुसूचित जाती के मतदाताओं में बसपा की अच्छी खासी पकड़ है.