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जगदलपुर में नरेंद्र मोदी गरजे, बच्चों के हाथ में बंदूक थमाने वाले माओवादियों को क्रांतिकारी बता रही कांग्रेस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव के लिए रैली की कमान संभालते हुए छत्‍तीसगढ़ की धरती से नक्‍सलियों, शहरी नक्‍सलियों और विपक्ष सभी पर एक-एक कर निशाना साधा. सबसे पहले राज्‍य की स्‍थापना की 18वीं वर्षगांठ पर उन्‍होंने वहां के निवासियों को बधाई दी.

Updated on: 09 Nov 2018, 07:00 PM

जगदलपुर (छत्‍तीसगढ:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव के लिए रैली की कमान संभालते हुए छत्‍तीसगढ़ की धरती से नक्‍सलियों, शहरी नक्‍सलियों और विपक्ष सभी पर एक-एक कर निशाना साधा. सबसे पहले राज्‍य की स्‍थापना की 18वीं वर्षगांठ पर उन्‍होंने वहां के निवासियों को बधाई दी और कहा, घर में जब बच्‍चे 18 साल के हो जाते हैं तो उनकी जरूरतें बढ़ जाती हैं और माता-पिता को उन पर ध्‍यान देना होता है. उन्‍होंने कहा, इसी तरह राज्‍य के 18 साल पूरे होने पर केंद्र और रमन सिंह की सरकार मिलकर दे रही है.

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उन्‍होंने लोगों से आह्वान किया, 12 तारीख का मंत्र है बार बार भाजपा. भारी संख्‍या में मतदान कर बंदूक को जवाब दें. उन्‍होंने कहा, माओवादियों ने दूरदर्शन के कैमरामैन को मार डाला. वह कंधे पर बंदूक नहीं, कैमरा लेकर आया था. उन माओवादियों को कांग्रेस क्रांतिकारी बोल रही है. ऐसी कांग्रेस पार्टी का देश में कोई भविष्‍य नहीं है.’

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उन्‍होंने कहा, ‘बांस को पेड़ की श्रेणी में होने से आदिवासियों को सबसे अधिक दिक्‍कत होती थी. बांस को घास की श्रेणी में डालने का काम हमारी सरकार ने किया. इससे आदिवासियों को उनका हक दिलाया.’ उन्‍होंने यह भी कहा, ‘60 आदिवासियों को मरवाने वाली पार्टी आपको गुमराह कर रही है.’  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासियों से अपनापन जताते हुए कहा, ‘जंगलों में जिंदगी गुजारने वाले मेरे ही भाई बंधु हैं. कांग्रेस उनका मजाक उड़ा रही है. अटल जी ऐसे पहले प्रधानमंत्री बने जो पहली बार देश में एक आदिवासी मंत्रालय बनाया.’

उन्‍होंने कहा, कभी किसी ने सोचा नहीं था कि जगदलपुर से हवाई जहाज से उड़ान भरेंगे, लेकिन सरकार ने यह साकार करके दिखा दिया. अब यहां के लोग भी हवा से बातें करते हैं. विकास कार्यों को गिनाते हुए उन्‍होंने कहा, ‘12 हजार करोड़ की सात रेलवे परियोजनाएं राज्‍य को मिली हैं. आज यहां का कोना-कोना विकास का पर्याय बना हुआ है. दिल्‍ली और यहां की सरकार कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं. चार साल में 9000 गांवों को बिजली से जोड़ा जा चुका है.

उन्‍होंने कहा, ‘मैं बस्तर के लोगों से कांग्रेस के नेताओं को सबक सिखाने का आग्रह करता हूं, जो एक तरफ शहरी नक्सलियों को बचाने की कोशिश करते हैं और छत्तीसगढ़ में राज्य को नक्सलियों से मुक्त करने की बात करते हैं. मैं छत्तीसगढ़ की जनता से कांग्रेस को सबक सिखाने की मांग करता हूं.’

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प्रधानमंत्री ने यह भी कहा, ‘अब वह दिन दूर नहीं जब हिन्‍दुस्‍तान के समृद्ध राज्‍यों में छत्‍तीसगढ़ भी गिना जाएगा. अटल बिहारी वाजपेयी जी ने छत्‍तीसगढ़ की समस्‍या को समझा और अलग राज्‍य बनाया, लेकिन दुर्भाग्‍य से प्रारंभ में ऐसे लोगों के हाथ में राज्‍य की कमान चली गई, जिसने उसे और बर्बाद कर दिया.  लेकिन जनता ने उस सरकार को उखाड़ फेंका और रमन सिंह के नेतृत्‍व में नई सरकार बनी जो अनवरत चल रही है. 

उन्‍होंने कहा, मध्‍य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने वर्षों तक राज किया. छत्‍तीसगढ़ भी तब मध्‍य प्रदेश का ही हिस्‍सा था, लेकिन कांग्रेस की वजह से छत्‍तीसगढ़ लगातार पिछड़ रहा था. हम सबका साथ और सबका विकास की नीति के साथ आगे बढ़ रहे हैं. अब देश में मेरा और तेरा का खेल नहीं चलेगा. 

उन्‍होंने कहा, मैं अटल जी के सपनों को साकार करने आया हूं. अर्बन नक्‍सलियों ने ही यहां के लोगों को तबाह किया है. बच्‍चों के हाथ में कलम की जगह बंदूक पकड़ाए जा रहे हैं. अर्बन माओवादी शहरों में रहते हैं और यहां के आदिवासी बच्‍चों की जिंदगी तबाह कर रहे हैं. उन्‍होंने कहा, शहरी नक्‍सलियों पर कार्रवाई के विरोध में विपक्ष के लोग कोर्ट चले जाते हैं. आज आप सबको इतनी बड़ी संख्या में देखकर लग रहा है कि विकास की जो रैली चली है, वो आज यहां जन सागर में परिवर्तित हो गई है.  

उन्‍होंने कहा, बस्‍तर में जितनी बार आया हूं, खाली हाथ नहीं आया हूं. जब भी आया, विकास की योजना के साथ आया.